रौनियार जाति को अति पिछड़ा वर्ग का दर्जा दे सरकार- संतन

गुड्डू कुमार सिंह –आरा/पीरो। अखिल भारतीय रौनियार वैश्य महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संतन रौनियार ने कहा कि सूबे बिहार सहित पूरे देश में रौनियार जाति की बहुत बड़ी आबादी है पर इस जाति को आबादी के अनुसार राजनीति में समुचित भागीदारी नहीं मिली है जिससे इस जाति के लोगों का आशानुरूप विकास नहीं हो पाया है। इस जाति के लोग काफी पिछडे हैं। ऐसे में इन्हें सामाजिक न्याय के तहत अति पिछड़ा वर्ग का दर्जा दिया जाना चाहिए। श्री रौनियार ने ये बातें सोमवार को पीरो में आयोजित अखिल भारतीय रौनियार वैश्य महासभा के सदस्यों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कही । आयोजित की गई. संतन रौनियार ने कहा कि समाज के विभिन्न क्षेत्रों में रौनियार जाति का महत्वपूर्ण योगदान है ।
राजनीतिक क्षेत्र में रौनियार जाति को वाजिब तरजीह नहीं देने के कारण आज रौनियार समाज के लोग कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। इस जाति को देखने वाले एवं इनकी समस्याओं का हल करने वाला कोई नहीं है ।
विभिन्न राजनीतिक दलों ने इस जाति को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है। रौनियार जाति का विकास तभी होगा जब इसे वास्तविक अधिकार हासिल सोगा। हमारी बिहार सरकार से मांग है कि रौनियार जाति को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल किया जाए ताकि इस जाति का भी उत्थान हो सके।। कार्यक्रम में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विकास रौनियार,, प्रकाश गुप्ता, भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमित गुप्ता, सोनू गुप्ता, सूरज रौनियार,, जितेंद्र रौनियार, गोपाल जी प्रसाद, रविशंकर प्रसाद, सुरेन्द्र प्रसाद, विनय प्रसाद, राकेश गुप्ता, समाजसेवी अमित गुप्ता, दुर्गेश कुमार,शंभूनाथ प्रसाद आदि उपस्थित थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता पीरो रौनियार समाज के अध्यक्ष विजय प्रसाद रौनियार एवं संचालन चंद्रशेखर रौनियार ने किया ।