*सिंह साहब के किरदार में देव सिंह ने दर्शकों को कर दिया भावुक, फिल्म देखकर दर्शकों की आंखें हुई नम*
*सिंह साहब के किरदार के लिए देव सिंह ने 3 महीने तक नहीं किया कोई काम*
रुचि सिंह:-एक अभिनेता के लिए इससे बड़ी बाद और भी क्या हो सकती है, कि उसके फिल्म को देखकर दर्शकों की आंखें नम हो जाए और वे इस फिल्म को बार – बार देखें. ऐसा ही कुछ हुआ अभिनेता देव सिंह के साथ, जिनकी बहुप्रतीक्षित फ़िल्म “सिंह साहब दी राइजिंग” इस शुक्रवार को रिलीज हुई. इस फिल्म ने दर्शकों का दिल जीत लिया और देव सिंह को फिल्म के लिए खूब वाहवाही भी मिल रही है. फिल्म में उनके अपोजिट भोजपुरी हॉट केक अंजना सिंह हैं. दोनों की केमेस्ट्री बेहद खिल कर स्क्रीन पर आया रही है. यह महिला प्रधान फिल्म जरुर है, लेकिन फिल्म को देखने के लिए महिलाओं की भीड़ सिनेमाघरों में देखी जा रही है.
बता दें कि फ़िल्म “सिंह साहब दी राइजिंग” को लेकर देव सिंह बेहद समर्पित रहे हैं. कई इंटरव्यू में वे इस फिल्म की चर्चा कर चुके हैं. लेकिन अब उनकी यह फिल्म रिलीज हो चुकी है और दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है. इससे देव शाह बेहद खुश हैं और कहते हैं कि यह फिल्म मेरे लिए सिर्फ एक फिल्म नहीं, इमोशन है. मैंने पहले दिन से इस फिल्म के लिए खूब तैयारी की थी, जो दर्शकों को पसंद आ रही है. उन्होंने बताया कि फ़िल्म “सिंह साहब दी राइजिंग” के लिए मैंने खुद को सबसे अलग कर लिया था.
यह फिल्म गोरखपुर के व्यवसायी ,समाज सेवक स्वर्गीय आर एन सिंह के जीवनी पर आधारित है, जो दौ सौ रुपया लेकर मुंबई गये थे और अपने संघर्ष और मेहनत की ज़रिये फ़र्श से अर्श तक सफ़र तय किया. सिंह साहब के किरदार को निभाते हुए भोजपुरी इण्डस्ट्री के वर्सटाइल अभिनेता देव सिंह ने अपने अभिनय से आर एन सिंह को पुनः जीवित कर दिया है. फ़िल्म देखने के बाद उनके जानने वाले बता रहे है, देव सिंह ने ऐसा अभिनय किया है कि जैसे लग रहा खुद आर एएन सिंह जी हो. वही अदायगी वही बोलने का लहजा सब कुछ. दर्शक कई फ्रेम में अपने आँसू को रोक नहीं पा रहे हैं.
आपको बता दें कि फ़िल्म “सिंह साहब दी राइजिंग” के फ़िल्म के निर्माता हैं गीता सिंह, उदय भगत, चन्दा सिंह और संजू सिंह. कहानी शुभम् सिंह और लेखक निर्देशक धीरज पंडित हैं. सिंह साहिबा के किरदार में अंजना सिंह हैं, जिन्होंने अपना काम बहुत ही सहज किया. शानदार अभिनेता सुशील सिंह भी फिल्म में अपने स्वाभाविक अंदाज में नज़र आ रहे हैं. साथ में बिना पाण्डे रिंकु भारती जे पी सिंह ने बख़ूबी अपने काम को किया है.