ताजा खबर

*स्मार्ट प्रीपेड मीटर पुराने मीटर की तुलना में है अधिक सुविधाजनक और उपयोगी :- विधुत कार्यपालक अभियंता सहरसा*

निलेन्दु झा/राज्य सरकार के निर्णय के आलोक में विद्युत आपूर्ति प्रमंडल सहरसा के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अधिष्ठापन का कार्य मिशन मोड में कराया जा रहा है तथा यह माननीय मुख्यमंत्री जी की एक महत्वाकांक्षी योजना है। कार्यपालक अभियंता सहरसा अमित कुमार के द्वारा बताया गया की स्मार्ट प्रीपेड मीटर पुराने मीटर की तुलना में अधिक सुविधाजनक और उपयोगी है। बिजली बिल जमा करने के लिए बिजली ऑफिस का चक्कर लगाना अब जरूरी नहीं है। उपभोक्ता घर बैठे ही अपने मोबाइल फोन के जरिए आसानी से स्मार्ट प्रीपेड मीटर को रिचार्ज कर सकते हैं। इतना ही नहीं स्मार्ट प्रीपेड मीटर में आप प्रतिदिन के हिसाब से बिजली खपत को भी देख सकते हैं और इसके अनुसार आप बिजली खपत को नियंत्रित करने की योजना बना सकते हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर आम उपभोक्ताओं के मन में कई तरह की भ्रांतियां भी रहती है, लेकिन अधिकारियों के द्वारा प्रायः आगाह किया जाता है की आप किसी भी तरह से भ्रान्ति का शिकार न हों। बिजली उपभोक्ताओं को स्मार्ट प्रीपेड मीटर के विषय में तफसील से पूरी जानकारी अख़बार, माइकिंग, शिविर आदि के माध्यमो से दी जा रही है, जिससे की उपभोक्ताओं के मन में किसी तरह की शंका न रहे। कार्यपालक विद्युत अभियंता सहरसा के द्वारा सम्बंधित चयनित एजेंसी के कर्मियों को निदेशित की गयी है की स्मार्ट प्रीपेड मीटर को उपभोक्ताओं के घर के बाहर लगाएं तथा उपभोक्ताओं से आग्रह की गयी है की कोशिश करें कि बैलेंस खत्म होने के पहले ही रिचार्ज करवा लें। स्मार्ट प्रीपेड मीटर में रीडिंग की गड़बड़ी बिल्कुल नहीं है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर को कहीं से भी रिचार्ज कर सकते हैं सिर्फ आपको अपना रजिस्टर मोबाइल नंबर डालना होगा। स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर उपभोक्ताओं के मन में किसी तरह की शंका न रहे इसके लिए कई स्तर पर सघन अभियान चलाए जा रहे हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाना हर उपभोक्ता के लिए अनिवार्य है। किसी कारणवश यदि किसी उपभोक्ता के घर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर नहीं रहेगा तो वह बिलिंग प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे, और उनका कनेक्शन अवैध कर दिया जाएगा।

बता दें की माननीय मुख्यमंत्री द्वारा पूरे बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अधिष्ठापन कार्य को पूरा करने का लक्ष्य 2025 निर्धारित किया गया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button