किशनगंज : प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में हुई एएनएम के कार्यों की साप्ताहिक समीक्षा।

जिले के सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एएनएम की साप्ताहिक बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की रणनीति पर हुआ विचार।
- आरोग्य दिवस के दिन एएनएम प्रत्येक साइट पर कम से कम 55 लाभुकों को उपलब्ध करायें जरूरी सेवाएं।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर जरूरी प्रयास जारी है। मातृ शिशु मृत्यु दर के ममालों में कमी लाने सहित विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के आधार पर बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिले में हर कदम-बढ़ते कदम नाम से विशेष अभियान चल रहा है। जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में मंगलवार को आयोजित एएनएम की सप्ताहिक समीक्षात्मक बैठक में अभियान के महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी। गौरतलब है कि सभी स्वास्थ्य इकाईयों में बैठक के सफल क्रियान्वयन को लेकर जिलास्तर से वरीय स्वास्थ्य अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी। इसी क्रम में किशनगंज पीएचसी में आयोजित बैठक की अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ के के कश्यप ने किया। वहीं कोचाधामन में डीआईओ डॉ देवन्द्र कुमार, इसी तरह सभी प्रखंड में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी। सभी प्रखंडों में सहयोगी संस्था के प्रतिनिधियों की देखरेख में बैठक हुई।
दिघलबैंक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बैठक में जिला योजना समन्वयक विस्वजित कुमार ने सभी एएनएम को सभी गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व देखभाल संबंधी सुविधा को प्रभावी बनाने का निर्देश दिया। जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर के मामलों में कमी लाने के उद्देश्य से एएनसी जांच को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि एएनसी जांच के दौरान प्रसव संबंधी जटिल मामलों को चिह्नित करते हुए इसकी अद्यत जानकारी विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। ताकि ऐसे मामलों पर समुचित निगरानी रखा जा सके। उन्होंने परिवार नियोजन के वैक्लपिक साधनों को बढ़ावा दिये जाने को लेकर जरूरी निर्देश दिये। हैल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करते हुए टेलीमेडिसिन सेवाओं का सफल संचालन के साथ-साथ डायबिटीज, कैंसर, ब्लड प्रेशर जैसे रोगों की स्क्रीनिंग को बढ़ावा देने का निर्देश उन्होंने दिया। वही दिघलबैंक के प्रभारी चिकत्सा पदाधिकारी डॉ टी एन रजक ने क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की बेहतरी को सिविल सर्जन से प्राप्त दिशा निर्देश को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने आम लोगों को बेहतर सेवा उपलब्ध कराने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। सुदूरवर्ती इलाके के लोगों तक जरूरी स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने में उन्होंने एएनएम कार्यकर्ताओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि कर्मियों के सामूहिक प्रयास से पीएचसी कोरोना टीकाकरण सहित अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य योजनाओं को सफलता पूर्वक क्रियान्वित किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर जिले में विशेष पहल की जा रही है।
कोचाधामन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए डीआईओ डॉ देवेन्द्र कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर जिले में विशेष पहल की जा रही है। जो मातृ-शिशु मृत्यु दर के मामलों में कमी लाने व विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में सुधार के लिहाज से महत्वपूर्ण है। इसके तहत स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार, हर एक व्यक्ति तक सेवाओं की पहुंच, लाभुक व सेवाप्रदाता के बीच बेहतर समन्वय व विश्वास का माहौल पैदा करने के लिये कुछ लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं।
बैठक को संबोधित करते हुए किशनगंज पीएचसी प्रभारी डॉ के के कश्यप ने कहा कि स्वास्थ्य मानकों में सुधार के लिये तैयार रणनीति के तहत प्रत्येक वीएचएसएनडी सत्र में कम से कम 55 लाभुकों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। प्रति सत्र चार-चार गर्भवती महिलाओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ एएनसी जांच सुनिश्चित कराया जाना है। प्रति सत्र दो प्रसव संबंधी जटिल मामलों को चिह्नित किया जाना है। कम से कम 05 योग्य दंपति को परिवार नियोजन संबंधी उपलब्ध विकल्पों के प्रति जागरूक करना, 05 किशोरों को अल्बेंडाजोल, आईएफए की दवा वितरण, पोषक क्षेत्र के कम से कम 15 लोगों को ओपीडी की सेवा मुहैया कराया जाना है। निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिहाज से उन्होंने एएनएम की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि अभियान की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कर्मियों को प्रोत्साहित व पुरस्कृत करने की योजना है।