किशनगंज : जिले में 41 दिन के बाद फिर सामने आया 02 कोरोना संक्रमण का मामला।

सदर अस्पताल प्रांगन के ट्रामा सेंटर में संक्रमण का एक मामला सामने आने के बाद विभाग हुआ अलर्ट, जांच की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ वंचितों के टीकाकरण का प्रयास हुआ तेज
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में लगभग 41 दिन के बाद कोरोना संक्रमण का दो नया मामला सामने आया है। संक्रमण का मामला सामने आने के बाद विभागीय सतर्कता बढ़ा दी गयी है। इससे पहले बीते 12 मई को संक्रमण का मामला जिले में सामने आया था। इसके लगभग 41 दिन के बाद शहरी इलाके के सदर अस्पताल प्रांगन के ट्रामा सेंटर की महिला कर्मी एवं माता गुजरी मेडिकल कॉलेज के महिला डाक्टर संक्रमित पाई गयी है। सदर अस्पताल प्रांगन में संक्रमित मरीज मिलने के बाद स्थानीय स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ चुका है। प्रभावित क्षेत्र में सघन जांच अभियान का संचालन करते हुए वंचितों के टीकाकरण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि संक्रमण के मामलों पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर हमारी सतर्कता पूर्व से बरकरार है। दो संक्रमण का मामला सामने आने के बाद संभावित अन्य मरीजों की खोज व इस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये गये हैं। अधिकारियों को कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के साथ प्राथमिकता के आधार पर वंचितों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। कोरोना वायरस की रफ्तार एक बार फिर से राज्य समेत पूरे देश में तेज हुई है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरों के बीच जिले में जांच व टीकाकरण की रफ्तार में तेजी लाने की कवायद जारी है। फिलहाल जिले में प्रीकॉशन डोज के टीका से वंचित लोगों को टीकाकृत करने के लिये विभाग ने अलग रणनीति तैयार की है। गौरतलब है कि जिले में बड़ी संख्या में लोग टीका की दोनों डोज ले चुके हैं। सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर आलम ने बताया की ट्रामा सेंटर की महिला कर्मी जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई है। एंटीजेन टेस्ट में रिपेार्ट पॉजिटिव आने के तत्काल बाद संबंधित इलाके में हाउस टू हाउस सघन जांच अभियान संचालित किया गया। सघन जांच अभियान में संक्रमण का कोई दूसरा मामला सामने नहीं आया है। रोगी के परिवार के अन्य सदस्य भी पूरी तरह स्वस्थ्य हैं। उन्होंने कहा मरीज को जरूरी दवाओं का किट उपलब्ध कराते हुए होम ओइसोलेशन में रहने की सलाह दी गयी है। गौरतलब हो कि जिले में कोरोना के मामलों का पता लगाने के लिये अब तक 14 लाख लोगों की जांच हुई है। जिला स्वास्थ्य समिति की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 11433 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसमें 11359 लोग पूर्णत: ठीक हो चुके हैं। संक्रमण के खतरों से बचाव को लेकर जिले में जारी कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 11.94 लाख लोगों को टीका का पहला, 10.20 लाख लोगों को टीका का दूसरा व कुल 43,879 लोगों को बूस्टर डोज का टीका लगाया गया है।जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार ने कहा, जिले के शत प्रतिशत लोगों को कोरोना का टीका लग जाए, इसे लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी सिलसिले में यह अभियान शुरू किया गया है। जिले के वैसे लोग जिनलोगों ने अब तक टीका नहीं लिया है, उनसे मेरी अपील है कि इस अभियान के तहत टीका जरूर ले लें। जिले में शत प्रतिशत टीकाकरण हो जाने से सभी लोग काफी हद तक कोरोना से सुरक्षित हो जाएंगे। इसलिए इसे सामाजिक जिम्मेदारी समझकर इसमें अपना योगदान दें। साथ ही जिन लोगों ने कोरोना टीकाकरण को लेकर अभी तक प्रीकॉशन डोज नहीं ली है, वे लोग भी जल्द से जल्द ले लें। प्रीकॉशन डोज लेने के बाद ही टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी होगी। इसलिए अगर समय पूरा हो गया हो तो प्रीकॉशन डोज जरूर ले लें। बिहार सहित देश के दूसरे राज्यों में संक्रमण का मामला तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में प्रीकॉशन डोज का टीकाकरण महत्वपूर्ण हो चुका है। संक्रमण के खतरों से बचाव में ये हमें अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम है। टीका की दोनों डोज ले चुके लोगों से उन्होंने प्राथमिकता के आधार पर प्रीकॉशन डोज का टीका लेने की अपील की।