झारखंड फूड फेस्टिवल : झारखंड की लजीज यात्रा में लोगों को शामिल होने का मिल रहा अवसर
झारखंड फूड फेस्टिवल (Jharkhand Food Festival) के दूसरे दिन पाक संबंधी विविधता का किया गया प्रदर्शन
रांची : होटल प्रबंधन और खानपान प्रौद्योगिकी विभाग बीआइटी मेसरा में झारखंड फूड फेस्टिवल अबुआ दिशोम के दूसरे दिन क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विविध स्वादों का प्रदर्शन किया गया। पाक व्यंजनों की एक श्रृंखला के साथ भोजन के शौकीनों को मंत्रमुग्ध किया जा रहा है। फूड फेस्टिवल में दूर दूर से आए आगंतुकों काे झारखंड की लजीज यात्रा में शामिल होने का अवसर दिया जा रहा है। पारंपरिक जनजातीय व्यंजनों से लेकर आधुनिक फ्यूजन व्यंजनों तक इस फेस्टिवल में शामिल है। कार्यक्रम ने राज्य की पाक कला कौशल को विकसित करने का मंच प्रदान किया है। दूसरे दिन भोजन स्टालों, खाना पकाने के प्रदर्शनों और सांस्कृतिक प्रदर्शनों का एक जीवंत मिश्रण पेश किया गया। जिसमें लोगों को झारखंड के भोजन और संस्कृति का समग्र अनुभव प्रदान किया गया। होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलाजी के एचओडी डा. अभिनव कुमार शांडिल्य ने कहा कि झारखंड फूड फेस्टिवल में इस तरह की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखकर हम रोमांचित हैं। डा. प्रतिमा एक्का ने कहा प्रतिभागियों की जबरदस्त प्रतिक्रिया झारखंड की पाक कला और सांस्कृतिक विरासत के प्रति बढ़ती सराहना को दर्शाती है। हम अपने राज्य की सर्वश्रेष्ठ पेशकश को प्रदर्शित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और आने वाले दिनों में और अधिक आगंतुकों का स्वागत करने के लिए तत्पर हैं।
धुस्का व पाट कलेजी का मिला स्वाद :
फूड फेस्टिवल में आए आगंतुकों को प्रसिद्ध धुस्का, पाट कलेजी, झाल मुरही, पाट पीठा, कुद्रम शरबत, चिल्का रोटी, चरपा, पेहटा, पुटकल चटनी, संधना अचार, हकु, पैट पोडा चिकन, देहाती सहित विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का स्वाद लेने का अवसर मिला। चिकन, दूध पीठा, मडुआ पीठा और कई अन्य पारंपरिक व्यंजन छात्र रसोइयों द्वारा तैयार किए गए। दूसरे दिन का एक मुख्य आकर्षण लाइव कुकिंग प्रदर्शन था। जहां उभरते शेफ ने झारखंड के प्रतिष्ठित व्यंजनों के पीछे की कलात्मकता का प्रदर्शन किया। उपस्थित लोग इस क्षेत्र की अनूठी तकनीकों और स्वादों को देखने के लिए एकत्रित हुए और पीढ़ियों से चले आ रहे पारंपरिक खाना पकाने के तरीकों के बारे में जानकारी हासिल की।
नृत्य प्रदर्शन और लोक संगीत का किया प्रदर्शन :
पाक व्यंजनों के अलावे फेस्टिवल ने आकर्षक नृत्य प्रदर्शन, लोक संगीत और कारीगर प्रदर्शन के साथ झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाया। आगंतुकों ने झारखंड की सांस्कृतिक टेपेस्ट्री के सार का प्रत्यक्ष अनुभव करते हुए जीवंत वातावरण में खुद को डुबो दिया। झारखंड फूड फेस्टिवल का समापन 11 मार्च को होगा। जिसमें आगंतुकों को अपनी पाक कला से आनंदित किया जाएगा। जो झारखंड के स्वादों का स्वाद लेने और इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा।