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डीके टैक्स की सच्चाई सामने आने के बाद से ही सत्तारूढ़ दल के खेमो में बेचैनी है : शक्ति सिंह यादव

सोनू कुमार/बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो नवल किशोर यादव,प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, अरूण कुमार यादव एवं आरजू खान की उपस्थिति में राजद प्रदेश कार्यलय के कर्पूरी सभागार में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि लगता ही नहीं है कि बिहार में सरकार नाम की कोई चीज है। रिटायर्ड पदाधिकारी अपने अनुसार सरकार चला रहे हैं। संस्थागत भ्रष्टाचार का केन्द्र बिहार बन चुका है ,और भ्रष्टाचार हर जगह दिख रहा है।

श्री शक्ति यादव ने आगे कहा कि तेजस्वी जी ने जब डीके टैक्स की बातें की तो सतारूढ़ दल के खेमों में बेचैनी छा गई है। और इन लोगों को कोई जवाब नहीं मिल रहा है तो अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं, जिन्हें मिर्ची लग रही है वह कसम खाकर बताएं की जो बातें तेजस्वी जी ने कही है वह सच है कि नहीं। सच्चाई से सत्तारूढ़ दल के लोग मुंह क्यों मोड़ रहे है। बिहार में ट्रांसफर -पोस्टिंग में जातिवाद की प्रकाष्ठा साफ-साफ दिख रही है ,और इसमें सुपर सीएम डी के बौस की भूमिका नजर आ रही है। डीके टैक्स के आतंक से पदाधिकारीयों में दो फाड़ हो गई है ,और जो लोग उनके आतंक से आतंकित है वह इस मामले में स्पष्ट रूप से कह रहे हैं डी के बौस के खिलाफ कोई तो आवाज बुलंद कर रहा है इसकी सभी तरफ से सराहना होनी चाहिए। बिहार में डीके टैक्स एक अभिशाप के रूप में सामने है, जहां पंचायत, प्रखंड तथा थाना स्तर पर डीके टैक्स का बोलबाला है।
इन्होंने ने आगे कहा कि जिनको खड़ा होने की ताकत नहीं है ,वह भी मुख्यमंत्री जी को गाइड कर रहे हैं और उन्हें निर्देशित कर रहे हैं । वीडियो फुटेज में यह बात स्पष्ट रूप से दिख रही है। इस तरह के कार्यों से स्पष्ट रूप से पता चल रहा है कि सरकार चलाने वाले अचेता अवस्था में है।
इन्होंने आगे कहा कि बिहार में जमीन अधिग्रहण टैक्स, खनन एवं उत्पाद विभाग से वसूली टैक्स ,आपराधिक मामलों में जिनकी संलिप्तता है उनको बचाने का टैक्स लिया जा रहा है। जहां सरकार की ओर से मुजफ्फरपुर सेल्टर होम के मामले पर सही से तरीके से कार्रवाई नहीं होने के कारण ही सभी अभियुक्त बच गए और जिनकी बड़ी भूमिका थी ,उन्हें पहले ही बचा लिया गया। बिहार में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है और बिहार शर्मसार महसूस कर रहा है, पूर्व में महिलाओं पर किस तरह से अत्याचार की घटना हुई उसका गवाह डाक बंगला चौराहा और इनकम टैक्स गोलंबर रहा है। सरकारी खजाने का दुरूपयोग हो रहा है। थोथी दलीलों के सहारे सरकार चल रही है।
इन्होंने ने आगे कहा कि सत्ता प्रतिष्ठान रिटायर्ड अधिकारियों के माध्यम से ट्रांसफर, पोस्टिंग को उद्योग का दर्जा दे दिया है। और यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है।

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