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सचिव, कृषि ने गेंदा फूलों की खेती का किया क्षेत्र निरीक्षण।

पटना डेस्क:-फूल की मंडी के लिए स्थल निरीक्षण का दिया निदेश, फूल उत्पादक कृषकों को बिक्री में होगी सहुलियत।फूल भंडारण के लिए कृषकों को दी जायेगी कोल्ड स्टोरेज की सुविधा।

कृषि विश्वविद्यालयों में गेंदा फूल के बिचड़ा का किया जायेगा उत्पादन।

निदेशक उद्यान तथा वरीय पदाधिकारियों द्वारा पटना जंक्शन फूल मंडी का भ्रमण कर विपणन व्यवस्था की ली गई जानकारी।एक गाँव-एक कलस्टर के तहत् गेंदा फूल की बढ़ाई जायेगी उत्पादन।श्री संजय कुमार अग्रवाल, सचिव, कृषि विभाग, बिहार के द्वारा आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य में गेंदा फूल की खेती का निरीक्षण किया गया। विदित हो कि राज्य में करीब 1500 हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेंदा फूल की खेती की जाती है, जिसका उत्पादन करीब 16091 मीट्रिक टन होता है। गेंदा फूल की खेती अन्य फसल के सापेक्ष्य अधिक लाभकारी है। कृषकों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत गेंदा फूल की खेती हेतु सहायतानुदान प्रदान की जाती है।
सचिव, कृषि ने राज्य के गेंदा फूल क्लस्टर का किया निरीक्षण:-
राज्य के छः जिलों जहाँ उद्यान निदेशालय के द्वारा कलस्टर में फुलों की खेती कराई जा रही है, वैसे गाँवों के किसानों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव, कृषि ने वार्ता की तथा खेतों में लगे हुए गेंदा के फुल की स्थिति का निरीक्षण किया। कृषकों ने अपनी समस्याओं से सीधे सचिव, कृषि को अवगत कराया।

क्र.सं.
जिला
क्र.सं.
प्रखण्ड (ग्राम)
रकवा (एकड़ में)
1
सारण
i)
मकेर (पीरमाकर)
25
ii)
तरैया (चंचलिया)
25
2
सीतामढ़ी
iii)
बथनाहा (बैराहा)
25
3
नालन्दा
iv)
गिरियक (सिकन्दर कलाम)
10
4

समस्तीपुर

v)
विद्यापति नगर (गरसिसाय)
25
vi)
वारिसनगर (मटुआ)
50
5
वैशाली
vii)
वैशाली (बेनीपुर
25
viii)
oS’kkyh ¼pd vygnn½
50

 

फूल की खेती एवं बिक्री में होने वाले समस्या:-
किसानों ने सचिव, कृषि को बताया कि गेंदा फूल के बिचड़ा पश्चिम बंगाल से लाना पड़ता है। साथ ही, फूल के भंडारण हेतु कोल्ड स्टोरेज की समुचित व्यवस्था का अभाव है। किसानों ने सचिव, कृषि से अनुरोध किया कि फूलों की बिक्री की समस्या के निदान के लिए व्यवस्थित बाजार उपलब्ध कराया जाये।

कृषकों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए लिया गया नीतिगत निर्णय

सचिव, कृषि ने निदेश दिया कि राज्य स्थित विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ कोर ग्रुप बनाकर गेंदा के बिचड़ा की राज्य में उत्पादन, भंडारण हेतु कोल्ड रूम के संबंध में विशेषज्ञों से विस्तृत तकनीकी प्रतिवेदन प्राप्त किया जाये। साथ ही, पटना में फूल बाजार की सर्वे कर विभिन्न फूलों के आवक/खपत का अध्ययन किया जाये। राज्य में उत्पादित फूलों के बिक्री में आ रही समस्याओं की वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त कर प्रतिवेदित करें। फूल की खेती में सूक्ष्म सिंचाई पद्धति को प्रोत्साहित किया जाये।

फूल मंडी की स्थापना

सचिव, कृषि विभाग, बिहार के द्वारा बताया गया कि फूल बिक्री से संबंधित कृषकों की समस्या को ध्यान में रखते हुए फूल मंडी की स्थापना की जायेगी जहाँ कोल्ड स्टोरेज की भी व्यवस्था रहेगी। कृषक बाजार के हिसाब से आवश्यकतानुसार कोल्ड स्टोरेज में भी फूलों को कुछ दिनों तक भंडारित कर सकेंगे।

एक गाँव-एक कलस्टर योजना के तहत् गेंदा फूल उत्पादन
सचिव, कृषि ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में एक गाँव-एक कलस्टर के तहत गेंदा के फूल की खेती क्लस्टर में कराने का प्रयास किया जायेगा, जहाँ किसानों को खेती के साथ सूक्ष्म सिंचाई, परिवहन एवं भंडारण हेतु आवश्यक सहायतानुदान प्रदान की जायेगी।

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