किशनगंज : मोहर्रम पर्व को लेकर सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम, डीएम व एसपी पल पल की ले रहे थे व्यवस्था का जायजा
248 स्थानों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। अफवाह फैलाने वाले लोगों को चिन्हित करने और कार्रवाई के लिए पुलिस की साइबर सेल लगातार सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म व्हाट्सअप, फेसबुक आदि पर नजर रखी हुई थी

किशनगंज, 29 जुलाई (के.स.)। धर्मेंद्र सिंह, मोहर्रम पर्व शांतिपूर्ण माहौल में मनाए जाने को लेकर शनिवार को जिले में एहतियातन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। डीएम श्रीकांत शास्त्री और एसपी डा. इनाम उल हक मेगनु, एसडीएम व एसडीपीओ से पल पल की स्थिति की जानकारी ले रहे थे। मोहर्रम के एक दिन पूर्व शुक्रवार की देर शाम से देर रात्रि तक एसडीएम अमिताभ कुमार गुप्ता, एसडीपीओ गौतम कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर मोहन कुमार, थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंहशहर के कई मोहल्लो की गलियों में भी स्थिति का जायजा ले रहे थे। संवेदनशील जगहों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस अधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी। 248 स्थानों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। अफवाह फैलाने वाले लोगों को चिन्हित करने और कार्रवाई के लिए पुलिस की साइबर सेल लगातार सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म व्हाट्सअप, फेसबुक आदि पर नजर रखी हुई थी। पूर्व में जहां जहां विवाद हुआ था वहां विशेष रूप से सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। वरीय अधिकारी भी लगातार इन स्थानों की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। इस दौरान दंगा रोधक टीम, क्यूआरटी, पैंथर टीम अलर्ट मोड पर थी। विधि व्यवस्था की समस्या को देखते हुए हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर, आँशु गैस व लाठियों के साथ पुलिस कर्मी चौक चौराहों में मुस्तैद रहें। गांधी चौक में सीओ समीर कुमार, इंस्पेक्टर मोहन कुमार, सदर थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह, अवर निरीक्षक शहनवाज खान सुरक्षा में मौजूद रहे। वही यातायात निरीक्षक विनय कुमार सिंह ट्रैफिक की कमान संभाले हुए थे। आपात स्थिति में असामाजिक तत्वों से निपटे जाने को लेकर भी व्यवस्था की गई थी। इस दौरान सभी थाना क्षेत्रों में चिकित्सा दल को अलर्ट पर रखा गया था। एसपी डा. इनाम उल हक मेगनु ने कहा कि सुरक्षा को लेकर चिन्हित स्थानों में पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई है। इधर एसडीएम अमिताभ गुप्ता और एसडीपीओ गौतम कुमार लगातार शहर का मुआयना करते रहें। दोनों अधिकारी हर ब्लॉक के अधिकारी व थानेदार से संपर्क साधकर लगातार टेलीफोनिक निर्देश दे रहे थें।