मोतिहारी : एसपी डॉ कुमार अशीष ने अच्छे संदेश भेजने वाले 5 बच्चो को किया पुरस्कृत

मोतिहारी/धर्मेन्द्र सिंह, एसपी डॉ. कुमार आशीष के निर्देश पर मोतिहारी जिला पुलिस द्वारा शराब माफियाओं एवं तस्करों के विरूद्ध लगातार की जा रही विधिसम्मत कार्रवाई किये जाने के बाद एसपी के आह्रान पर जिले के स्कूली बच्चो के माध्यम से शराब और किसी भी प्रकार के नशा के विरूद्ध सामाजिक जागरूकता को बढाने के लिए संदेशयुक्त पोस्टकार्ड भेजने का अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत 140 स्कूली बच्चों ने पुलिस कप्तान डॉ कुमार अशीष को पोस्टकार्ड के माध्यम से शराबबंदी और नशा विरोधी संदेश भेजा है। एसपी ने गुरुवार को सभी संदेशो को पढा और इन सभी संदेशो में सर्वाधिक प्रेरित करने वाले भेजे 05 बच्चों के संदेश को प्रशस्ति पत्र से पुरस्कृत करने की घोषणा की है। जिसमें जिले के रोशन, अन्वेषा, रितिका, सृष्टि और सत्यदेव द्धारा भेजे गए संदेश शामिल है। एसपी डा. कुमार आशीष ने बताया कि शराबबंदी एक बेहतर समाजिक प्रयास है। इस मुहिम में बच्चों के साथ उनके परिवार फिर समाज फिर व्यापक क्षेत्र में शराबबंदी के पक्ष में जागरूकता पैदा करना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है। उन्होने कहा इस अभियान का सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। जिले में इस महीने शराब के विरुद्ध 4,933 छापामारी करते हुए कुल 214 कांड दर्ज किए गए हैं तथा 9,100 लीटर से ज्यादा शराब की बरामदगी की गई है। मद्यनिषेध कानून का उल्लंघन में अकेले इस महीने 298 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वही शराब विनिर्माण के बड़े क्षेत्रों जैसे, बंजरिया थाना का झख़िया, संग्रामपुर का कोइरगवां चंवर, हरसिद्धि के दामोवृत्ति चंवर के दुर्गम इलाक़े, सुगौली, रक्सौल सहित लगभग सभी संबंधित इलाको में लगातार छापामारी कर यहाँ की भट्टियों, शराब बनाने के समस्त साधनों के साथ शराब कारोबारियो के हौसलों को ध्वस्त किया जा रहा है। उन्होने कहा कि जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में जनजागरूकता अभियान चलाकर महादलित बस्तियों, धांगर टोलियों एवं शराब निर्माण से जुड़े इलाकों में समाज के सभी व्यक्तियों एवं जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में शराब के दूरगामी सामाजिक दुष्प्रभावों के बारे में बताया जा रहा है। साथ ही आम जनता को इस कानून के अनुपालन के लिए जनजागृति की बेहतर मुहिम से जुड़ने के लिए नागरिकों से मोतिहारी पुलिस की इस मुहिम में सहयोग देने की अपील की जा रही है, ताकि बापू की कर्मभूमि मे बापू के स्वप्नों को साकार किया जा सके।