आप अगर अपने बच्चे को स्कूल भेजते हैं तो ध्यान दीजिए…एसपी कुमार आशीष
किशनगंज अपने बच्चे से प्रतिदिन ये पूछना कि:-बस ड्राइवर ने कुछ कहा है ? टीचर कैसे चीयर करती है तुम्हें ? टॉयलेट जाती हो तो स्वीपर या कोई अन्य व्यक्ति तो नही होता वहां ? क्या आज कुछ गलत या अजीब फील हुआ तुमको ? कोई प्राब्लम तो नहीं है तुम्हे स्कूल में ? अगर तुम सही हो तो टीचर हो या प्रिंसिपल,किसी से मत डरना।कोई बडा़,घर हो या बाहर,कुछ गलत करने को कहे तो उसकी बात कभी मत मानना।बिल्कुल भी मत डरना।मुझे पूरा विश्वास है तुम पर।तुम बिल्कुल भी अकेले/अकेली नहीं हो।कोई धमकी दे,तो बेखौफ मुझे बताओ।स्कूल तुम से बढ़कर नहीं।कुछ इस तरह से बच्चों को आत्मविश्वासी बनाएं।ये बाते किशनगंज एसपी कुमार आशीष ने कहा कि अपने बच्चों को बिल्कुल lower k.g. से ही गुड टच व बेड टच के बारे में रोज aware कर के स्कूल भेजे।क्यूंकि समाज अति से ज्यादा गंदा हो चला है।ऐसे में जागरुक माता-पिता बने,बच्चों के साथ friendly रहें,अनुशासित वो समय के साथ स्वयं हो जाएंगे।श्री कुमार ने कहा कि उन्हें हरपल अहसास कराएँ कि वो कितनी अहमियत रखते हैं आपके लिये।उन्हें इतना जोड़े खुद से कि वे कभी कुछ गलत भी कर जाएँ तो सबसे पहले स्वयं आपको बताएँ।सभी माता पिता बच्चों को अपना दोस्त बनायें।बच्चों को चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 व डॉयल 100 के बारे में बताएं।यदि बच्चे उनके साथ हुए किसी प्रकार के शोषण के बारे में बताते हैं तो उनकी बातों को ध्यान से सुने उन पर विश्वास करें उनकी बातों को महत्व दें।बच्चों का अपना दोस्त बनाये व उनसे दोस्ताना व्यव्हार करें।उन्हें बताएं की आपके साथ जो हुआ है इसमें आपकी कोई गलती नहीं हैं।आप निर्दोष हो।इसके पश्चात माता पिता या वे व्यक्ति जिन्हें बच्चे शोषण के बारे में बताते हैं,तो उनकी जिम्मेदारी है कि वह बच्चो के साथ हुए शोषण की घटना को छुपाये नहीं और तत्काल इसकी सूचना निकट के पुलिस थाने,डायल 100 व चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 पर दें।डॉयल 100 व 1098 पर सुचना देने वाले का नाम,पता, मो. नम्बर व पहचान पूर्णतः गोपनीय रखा जाता है और ये दोनों नंबर नि:शुल्क है।साथ ही पिंक पेट्रोलिंग हेल्पलाइन न० 8544428162 पर भी फ़ोन कर सकते हैं।एसपी कुमार आशीष ने बताया कि यदि कोई बालक या बालिका आपको उनके साथ हुए शोषण के बारे बताते है और आप उस घटना को दबाने का प्रयास करते है या पुलिस अथवा जिम्मेदार विभागों को सुचना नहीं देते हैं तो आपके विरुद्ध POCSO Act 2012 के अंतर्गत कठोर सजा का प्रावधान है।डरें नहीं,सजग रहें,जागरूक बने और जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय दें।पुलिस और चाइल्ड लाइन को बाल अपराधों को रोकने में आपके विशेष सहयोग की आवश्यकता है।एसपी ने कहा कि अब समय आ गया जागरुक होने व जागरूकता का परिचय देने का।
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह