देश में कोरोना के नए Omicron वैरिएंट ने दी दस्तक आज कर्नाटक में दो लोग पाए गए संक्रमित..

देश में कोरोना के नए Omicron वैरिएंट ने दस्तक दे दी है। आज कर्नाटक में इससे दो लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से एक 66 साल के बुजुर्ग हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं जबकि दूसरा शख्स 46 वर्षीय चिकित्सक है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 66 साल के जो बुजुर्ग ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं वो साउथ अफ्रीका से दुबई होते हुए भारत लौटे हैं और 20 नवंबर को एयरपोर्ट से उनका सैंपल लिया गया था। वो कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। बेंगलुरु महानगर पालिका की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने निगेटिव रिपोर्ट के साथ साउथ अफ्रीका से भारत की यात्रा की थी। हिंदुस्तान लौटने के बाद जब उन्होंने होटल में चेक इन किया तो वहां उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ओमिक्रॉन से पॉजिटिव हुए 46 साल के दूसरे मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। बेंगलुरु महानगरपालिका की रिपोर्ट के मुताबिक उस शख्स को 21 नवंबर को फीवर और बदन में दर्द होने लगा जिसके बाद उसने अस्पताल जाकर अपना आरटीपीसीआर टेस्ट कराया। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद 22 नवंबर को वो कोरोना पॉजिटिव पाया गया. उसके सैंपल को भी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। इसके बाद 22 नवंबर से लेकर 24 नवंबर तक वो मरीज होम आइसोलेशन में रहा जिसके बाद उसे 25 नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीन दिनों के इलाज के बाद उसे 27 नवंबर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। रिपोर्ट के मुताबकि 22 नबंवर से 25 नवंबर तक उसके संपर्क में आने वाले कुल पांच लोग भी पॉजिटिव पाए गए जिन्हें अब आइसोलेशन में रखा गया है।
उसके संपर्क में आए कुल 218 लोगों पर भी नजर रखी जा रही है। भारत सरकार के संयुक्त सचिव ने आज पत्रकार वार्ता कर दोनो मरीजों के मिलने की पुष्टि की कि। उन्होने कहा कि पिछले 24 घंटे में देश में ओमिक्रॉन के दो मामले सामने आए हैं। दोनों मामले कर्नाटक मे मिले हैं। इनमें एक संक्रमित की उम्र 66 और दूसरे की 46 साल है उनके सभी संपर्कों की पहचान कर ली गई है और उनकी निगरानी की जा रही है। उन्होंने ओमिक्रोन वेरिएंट से बचने के लिए कोविड अनुरूप व्यवहार करने की बात कही। श्री अग्रवाल ने कहा WHO ने बताया है कि इसमें 45-52 के करीब म्युटेशन नोट की गई हैं, जिसमें से 26-32 म्युटेशन स्पाइक प्रोटीन से संबंधित हैं, अभी तक का डाटा यह बताता है कि इसका ग्रोथ रेट काफी ज्यादा है, लेकिन यह कितना संक्रामक है, यह समझने के लिए और प्रमाणों की आवश्यकता है।