किशनगंज : शराब बंदी को प्रभावी रूप से लागू करवाने को लेकर डीएम एवं एसपी ने समाहरणालय सभाकक्ष में की समीक्षा बैठक, दिए विशेष दिशा-निर्देश।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी, डॉ आदित्य प्रकाश एवं पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष सहित वरीय अधिकारियों के साथ समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बैठक कर शराबबंदी को प्रभावकारी रूप से लागू करवाने एवं नशा मुक्ति को लेकर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का समीक्षा किया। साथ ही, DM डॉ आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में मद्य निषेध और उत्पाद कार्यों की गहन समीक्षा उत्पाद अधीक्षक और सभी थानाध्यक्ष के साथ सम्पन्न हुई। समीक्षा के क्रम में उन्होंने स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिया कि पूरी सख्ती के साथ शराबबंदी को प्रभावकारी रूप से लागू करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि उत्पाद विभाग एवं जिला पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान का सकारात्मक परिणाम दिखाई पड़नी चाहिए।अन्यथा, आवश्यकता पड़ने पर जबाबदेही तय कर करवाई भी की जाएगी। समीक्षा के क्रम में उत्पाद अधीक्षक द्वारा बताया गया कि अब तक की गई छापेमारी के आधार पर दर्ज अभियोग की संख्या 3664 है, जिसमे 3785 गिरफ्तारियां की गई है। उन्होंने बताया कि नवंबर माह तक 252296.918 लीटर देसी व विदेशी शराब जप्त किए गए हैं जिसमें 81.55% शराब का विनिष्टिकरण किया जा चुका है, शेष विनिष्टिकरण की प्रक्रिया में हैं।
उन्होंने बताया कि शराबबंदी कानून के तहत अबतक राजसात अथवा नीलाम 178 वाहन के माध्यम से 15209050.00 रुपये राशि प्राप्त की गई है। सतत जीविकोपार्जन योजना के लाभान्वित 1903 परिवार में शराब व्यवसाय से जुड़े 285 लाभान्वित परिवार भी हैं। विशेष न्यायालय के द्वारा पुलिस तथा उत्पाद विभाग द्वारा दर्ज किए गए अभियोग में शराब बेचने वाले और पीने वाले कुल 11 व्यक्तियों को सजा मिल चुकी है। उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि नवंबर माह में जिला पुलिस एवं उत्पाद विभाग द्वारा लगातार छापेमारी की गई है, जिसमें विभिन्न पुलिस थाना में 73 अभियोग दर्ज किए गए और 74 गिरफ्तारियां की गई। इसी प्रकार उत्पाद विभाग की कार्रवाई के तहत 11 अभियोग नवंबर में दर्ज किए गए है। पुलिस और उत्पाद की कार्रवाई के क्रम में 14 वाहन जप्त किए गए। बैठक में बताया गया कि अबतक जब्त 538 वाहन में 425 वाहन अधिहरित हो चुके है। 178 वाहन नीलाम तथा 38 वाहन को न्यायालय द्वारा मुक्त किया गया है।
बैठक में मुख्य रूप से सीमावर्ती क्षेत्र व चेकपोस्ट पर जांच अभियान, प्रतिनियुक्त गृहरक्षक, पुलिस कर्मियों के सक्रियता और सजगता पर चर्चा हुई। आधिकाधिक शराब जब्ती, दर्ज अभियोग में कार्रवाई, अधिहरणवाद निष्पादन, उत्पाद कर्मियो के कार्यों की मॉनिटरिंग हेतु मुख्यत: उत्पाद अधीक्षक को निर्देशित किया गया। डीएम ने निर्देश दिया कि विनष्टिकरण हेतु 9 दिसंबर को तिथि निर्धारित कर बचे हुए जब्त शराब को विनष्ट कराना तथा जब्त वाहनों को 26 दिसंबर को नीलामी करवाना सुनिश्चित किया जाय। होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति के संबंध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि औचक रूप से उनके कर्तव्य स्थल पर निरीक्षण कर सत्यापन कराए कि अपने कार्य स्थल पर सभी होमगार्ड ड्यूटी कर रहे है। शराबबंदी अभियान में कार्य में शिथिलता बर्दास्त नहीं की जायगी।
विशेष लोक अभियोजक को दर्ज कांड में गंभीरता से अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया गया। पुलिस अधीक्षक, कुमार आशीष के द्वारा पुलिस थाना स्तर से मद्य निषेध की प्रभाविकता के तहत की गई कार्रवाई की गहन समीक्षा की गई। उत्पाद नीति के शत प्रतिशत कार्यान्वयन और नशा मुक्ति अभियान की सफलता हेतु सख्त निर्देश दिया गया। समीक्षा में बीबीगंज और पाठामारी थाना द्वारा उत्पाद अंतर्गत दर्ज कांड की संख्या शून्य पाया गया तथा गरबनर्डांगा, फतेहपुर कुरलीकोट, जियापोखर और सुखानी थाना में 1 अभियोग दर्ज किया जाना संतोषप्रद नही पाया गया गया। दर्ज कांडो में कुर्लीकोट और जियापोखार थाना द्वारा गिरफ्तारी शून्य रही। किशनगंज, दिघलबैंक थाना सहित कई थाना द्वारा विदेशी शराब जब्ती भी शून्य पाई गई। इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा शराबबंदी अभियान के तहत आधिकाधिक छापामारी, जब्ती के निर्देश दिए गए। कतिपय थाना की कार्यशैली यह रही कि देशी शराब तो जब्ती हो रही है, परंतु विदेशी शराब शून्य या कम है, इसपर डीएम ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि विदेशी शराब जब्ती हेतु सघन छापामारी करें और पूर्णिया में 13 दिसंबर को अपर मुख्य उत्पाद सचिव, बिहार पटना के भ्रमण कार्यक्रम के पूर्व कार्यशैली में बदलाव लाकर उपलब्धि दिखाएं। बैठक में डीएम ने राज्य में लागू शराबबंदी के सफल कार्यान्वयन हेतु अन्य महत्वपूर्ण आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने निर्देश दिया कि शराब जब्त होते ही विनष्टिकरण की प्रक्रिया संपन्न कराए तथा जब्त शराब का नमूना सत्यापन हेतु उसी दिन तुरंत लैब/पटना भेजना सुनिश्चित कराएं। जिलाधिकारी ने बताया कि राज्य स्तर पर कार्यरत टॉल फ्री नंबर 15545 या 1800 345 6268 का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस नंबर पर काफी संख्या में सूचना प्राप्त हो रही है जिस पर त्वरित कार्रवाई भी की जा रही है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि शराब के दुष्प्रभाव एवं टोल फ्री नंबर का व्यापक प्रचार प्रसार करें। विद्यालयों में गुरु गोष्ठी के माध्यम से शराब के दुष्प्रभाव पर चर्चा करवाई जाए। साथ ही, बल्क एसएमएस के माध्यम से भी शराब के दुष्प्रभाव एवं टोल फ्री नंबर की जानकारी दी जाए। नुक्कड़ नाटक, होर्डिंग आदि के माध्यम से भी व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। उक्त बैठक में डीएम एसपी के अतिरिक्त अपर समाहर्त्ता ब्रजेश कुमार, एसडीएम शहनवाज अहमद नियाजी, एसडीपीओ, उत्पाद अधीक्षक, सभी थानाध्यक्ष सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।