जमशेदपुर, तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में मासिक ‘कथा मंजरी’ सह साहित्यकार त्रय भारतेन्दु हरिश्चन्द्र , श्रीकान्त वर्मा एवं सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की जयंती कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

तारकेश्वर गुप्ता: जमशेदपुर, साहित्य समिति, तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में मासिक ‘कथा मंजरी’ सह साहित्यकार त्रय भारतेन्दु हरिश्चन्द्र , श्रीकान्त वर्मा एवं सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की जयंती कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसकी अध्यक्षता संस्थान के न्यासी श्री अरुण कुमार तिवारी तथा संचालन श्री ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र ने की । इस अवसर पर स्वागत वक्तव्य संस्थान के मानद महासचिव श्री प्रसेनजित तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन समिति की कार्यकारी अध्यक्ष श्री यमुना तिवारी ‘व्यथित’ द्वारा किया गया ।
कार्यक्रम का आरंभ श्रीमती नीता सागर चौधरी के सरस्वती वंदना के बाद अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन तथा साहित्यकार त्रय के चित्रों पर पुष्पार्पण किया गया । तत्पश्चात् इनका विस्तृत साहित्यिक परिचय क्रमश: नीलिमा पाण्डेय, सुरेश चंद्र झा
एवं डॉ वीणा पाण्डेय ‘भारती’ ने प्रस्तुत की ।
तत्पश्चात हिन्दी काव्य संकलन ” त्रिधारा ” जिसमें सहयोगी रचनाकार के रुप में नगर की जानी पहचानी कवयित्री श्रीमती शिप्रा सैनी मौर्या शामिल हैं , का लोकार्पण मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया । मौके पर लोकार्पित पुस्तक पर विस्तृत पाठकीय प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री दिव्येन्दु त्रिपाठी ने काव्य संकलन ‘ त्रिधारा ‘ के तीनों कवयित्रियों को बधाई एवं शुभकामनायें देते हुए कहा कि शिप्रा सैनी मोर्या की लेखनी संभावनापूर्ण है। प्रस्तुत पुस्तक में उनकी कविताऐं स्त्रीविमर्श से लेकर जीवन के प्रेरणादायक विषयों तक मुखर हैं। छंद और अछंद दोनों ही शैलियों में इनका प्रयास उत्साह जनक है। जबकि डाॅ० वीणा पाण्डेय ‘भारती’ ने ‘त्रिधारा’ पर अपनी संक्षिप्त विचार व्यक्त की ।
कार्यक्रम के दुसरे सत्र ‘कथा मंजरी’ के मौके पर विभिन्न विषयों को स्पर्श करती हुई कुल १० कहानियों का पाठ किया गया, जिसकी समीक्षात्मक टिप्पणी कथा पाठ के उपरान्त श्री अरुण कुमार तिवारी ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य के दौरान की । जो इस प्रकार है —
क्रम कथाकार कहानी का शीर्षक
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१) श्री शीतल प्रसाद दूबे प्रेम
२) श्रीमती नीता सागर चौधरी अंतिम समझौता
३) श्री शकुन्तला शर्मा सच्चा दान
४) श्री ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र रिश्तों की रसधार ५) श्रीमती ममता कर्ण बटवारा
६) श्रीमती रीना सिन्हा सवाल
७) श्री सुरेश चन्द्र झा खुदा की नेमत
८) श्री राजेश चरण क्या आप सुनना चाहेंगे
९) श्रीमती चंदा कुमारी धैर्यता का फल मीठा
१०) श्रीमती वीणा कुमारी ‘नंदिनी’ पहचान
इस अवसर पर मुख्य रुप से तुलसी भवन साहित्य समिति के सचिव डाॅ. अजय कुमार ओझा, अशोक पाठक ‘स्नेही’ , पुनम शर्मा ‘स्नेहिल’, डाॅ० संजय पाठक ‘सनेही’, जितेश कुमार तिवारी, प्रदीप कुमार मिश्र, डाॅ० संध्या सिन्हा, डाॅ० उदय प्रताप सिंह, सविता सिंह ‘मीरा’, बलविन्दर सिंह, वसंत जमशेदपुरी , सुरज सिंह राजपुत ,अंजू पी० केशव अना एवं आदित्य दुबेे उपस्थित थे ।