बिहटा – सेदंहा पीरो नहर पथ झील में तब्दील।….

ये सड़क है या तालाब ,पहली बारिश ने ही लोगों का जीना किया दुभर , कई गाँवो का आवगामन ठप
गुड्डू कुमार सिंह :-आरा।तरारी प्रखण्ड मुख्यालय को सबसे सुगम रूप से जोडने वाला भया सेदंहा तरारी पीरो पथ का हाल शासन प्रशासन, आलाधिकारियों या किसी जनप्रतिनिधि सें छुपा नहीं है।आज यह सडक नहर उड़ाही के बाद इस काबिल नहीं रहा कि कोई भी व्यक्ति चार कदम की दूरी पैदल तय कर सके ।पहले से ही इस सडक पर दोपहिया वाहन से चलना काफी मुश्किल का काम था ।रही सही कसर नहर उड़ाही ने पूरी कर दी । लगातार रूक रूक रूक कर हो रही बारिश से बिहटा बिहिया नहर पथ कीचड से साराबोर हो चुका है और सडक व्यवस्था ठप हो चुकी ह्रै। इस सडंक पर सेदंहा ,कोसडिहरा ,खेलडिया ,बक्संडा ,घर्मदास डिहरी , गोपलपुर , विपनडीह , भदसेरा , इंग्लिश बडकागॉव कें हजारो लोगों का सुगम अवागमन था ।जिसकी दूरी लगभग 12 किलोमीटर है जो कि चार करोड गयारह लाख की प्राक्कलित राशि से पक्कीकरण कराई जानी थी ।जो प्रशासनिक उदासीनता के कारण टेंडर प्रकिया में काफी देरी कारण सडक निर्माण नही हों सका।आज इस सडंक पर स्थित गावों के लोगों व छात्र छात्राओं के पढन पाठन को प्रभावित कर रहा ।जो की कभी भोजपुर के काला पानी के नाम सें विख्यात जिले सुदुर दक्षिणी सोन तट के किनारे बसे तरारी प्रखण्ड आज भी उसी दौर में दिखाई पड रहा है।