सोनपुर हरिहर क्षेत्र मेला : बारह वर्षों के बाद पुलिस पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन..

नक्सलवाद, उग्रवाद और साइबर क्राइम चुनौती, बर्दाश्त नहीं की जाएगी गुंडागर्दी, पुलिस सख्ती से निपटेगी, सभी थानों को मुख्यालय औँर देश से जोड़ा जाएगा..पटना/संवाददाता, बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने दिनांक-17.11.2019 को सोनपुर मेले में अपराध निरोध की प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद राज्य के 33 एसपी और 47 डीएसपी समेत सभी स्तर के 600 पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र और राशि देकर पुरस्कृत किया।मेले में बारह वर्षों के बाद पुलिस पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार पुलिस हर प्रकार की चुनौतियों का सामना करने को तैयार है।राज्य में 2020 तक और 22,500 सिपाहियों और 4500 सब इंस्पेक्टरों की बहाली कर ली जाएगी।डीजीपी मेले में लगभग दस बजे दिन में पहुंचे और सबसे पहले अपराध अनुसंधान विभाग द्वारा लगायी गयी अपराध निरोध प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।स्टालों का निरीक्षण करने के बाद पर्यटन विभाग के मुख्य मेला मंच पर पहुंचे और चयनित पुलिसकर्मियों को उनके साहसिक कार्यों , बेहतर अनुसंधान, अपराधियों से मुठभेड़ और चर्चित मामलों के उद्भेदन के लिए पुरस्कृत किया। इस अवसर पर पुलिस पर्णिका, वृत्त चित्र की सीडी और फोरेंसिक पुस्तक का विमोचन भी किया गया।नालंदा के एक नागरिक एमएम शरीक अख्तर को उसकी बहादुरी के लिए दस हजार रुपए की राशि और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।उन्होंने पुलिस कर्मियों को जनता के प्रति संवेदनशील बनने और उनका विश्वास जीतने की सलाह देते हुए आम लोगों से भी अपील की कि वे केवल पुलिस में दोष ही न निकालें बल्कि उसके अच्छे कार्यों की सराहना भी करें।हमारे सकारात्मक पक्ष को भी देखें। अपराध नियंत्रण में जन सहयोग जरूरी है।पुलिस पर हमले की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर यह चेतावनी भी दी कि पुलिस अगर गांवों में अपने वैधानिक दायित्व के निर्वाह के लिए जाती है और उसपर हमले हुए तो हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा।राज्य में किसी को भी गुंडागर्दी की इजाजत नहीं है।पुलिस वैसे तत्वों से सख्ती से निपटेगी।राज्य में साइबर क्राइम और नक्सलवाद को पुलिस के समक्ष चुनौती बताते हुए कहा कि दस माह में 12 मुठभेड़ों में 09 नक्सली मारे गए और 185 कुख्यात अपराधियों को पकड़ा गया जिनमें 21 पर तो इनाम भी घोषित था।76 उग्रवादी गिरफ्तार किए गए और बड़े पैमाने पर एके-47 जैसे प्रतिबंधित हथियारों की बरामदी की गयी।नक्सलियों का लगभग सफाया किया जा चुका है और साइाबर क्राइम से निबटने के लिए सभी जिलों में साइबर यूनिट स्थापित की गयी है।पांच जधन्य मामलों मे पांच अपराधियों को अदालत से मृत्युदंड और 1307 को आजीवन कारावास की सजा दिलायी गयी है।इसके साथ ही यह भी कहा कि राज्य के सभी शस्त्र लाइसेंसधारियों का भैतिक सत्यापन कराया जाएगा।नगालैंड और अन्य पूर्वी राज्यों से प्राप्त ज्यादातर लाइसेंस फर्जी हैं।उन्होंने अपराधों के वैज्ञानिक अनुसंधान पर जोर देते हुए कहा कि नालंदा पुलिस अकादमी को सभी साधनों से लैस कराकर आदर्श प्रशिक्षण संस्थान बनाया गया है।अभी हमारे पास साढ़े बारह हजार पुलिसकर्मियों को ही ट्रेनिंग देने की क्षमता है।राज्य के सभी थानों को नेट से राज्य मुख्यालय से जोड़ने की दिशा में कार्य चल रहा है।अभी तक पटना और नालंदा जिलों के 61 थाने इस सिस्टम से जोड़े जा चुके र्है। 182 भूमिहीन थानों के लिए जमीन का अधिग्रहण चल रहा है। सभी में बैरक और शौचालय बनाए जा रहे हैं।साधनों की कोई कमी नहीं है।पुलिस फोर्स में महिलाएं 35 प्रतिशत हैं, इसलिए उनकी सुविधाओं का ख्याल किया जा रहा है।प्रारंभ में सीआईडी के एडीजी विनय कुमार ने पुलिस पुरस्कार वितरण समारोह के संबंध में चर्चा करते हुए सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर स्पेशल ब्रांच के डीजी जीतेन्द्र गंगवार, ट्रेनिंग आईजी आलोक राज, एडीजी विधि-व्यवस्था अमित कुमार आदि अनेक वरीय पुलिस पदाधिकारी मंच पर उपस्थित थे।