नवेंदु मिश्र
छतरपुर – छतरपुर पाटन बिधानसभा क्षेत्र से चन्द्रमा कुमारी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नमांकन किया। जब उनसे पूछा गया की क्षेत्र में उनकी पहली प्राथमिकता किस चीज की होगी तो उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में ऐसा कोई भी चीज नहीं है जिसे प्राथमिकता न दिया जाए ? क्योंकि आप यदि गांव में चले जाएं तो आप सभी चिंता में पड़ जाएंगे की आजादी के इतने दशकों बाद भी क्षेत्र इतनी दुर्दशा झेल रहा है जो अकल्पनीय है साथ ही साथ चिंतनीय भी है। बहुत से प्रत्याशी ऐसे हैं जो पारा-पारी जीतते गए और क्षेत्र के विकास के नाम पर लोगों से केवल वोट लेते गए । लेकिन जीत जाने के बाद क्षेत्र की तरफ ताकने भी नहीं गए, मूलभूत सुविधाओं से लोगों को वंचित रखा गया। न जाने इस काम के पीछे उनका कौन सा उद्देश्य छुपा हुआ था मुझे तो आश्चर्य होता है कि ऐसे लोग चुनाव में किस मुंह से वोट मांगने जाते हैं ? अगर आप कार्य अच्छा किए हैं तो आपको किसी दल की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन आप दल में जाने के लिए ना जाने क्या-क्या करते हैं यह तो वही लोग बता सकते हैं। हमारी पहली प्राथमिकता होगी सिंचाई की व्यवस्था करना, शिक्षा की व्यवस्था, सड़क की व्यवस्था, स्वास्थ्य की व्यवस्था और सुरक्षा की व्यवस्था, पानी की व्यवस्था भी करना, इसके साथ-साथ बिजली निर्बाध रूप से लोगों को मिले। क्योंकि आम जनमानस को इसके सिवाय और बहुत ज्यादा चीज की आवश्यकता तत्काल नहीं होती क्योंकि जनमानस में इन सभी की सुविधा मिलती है तो वह आत्मनिर्भर होकर के किसी भी काम को ढंग से कर लेते हैं। वैसे भी कहा जाता है कि विकास की पहली कड़ी सड़क से होकर के गुजरती है अर्थात सड़क बनवा दीजिए विकास स्वतः होना शुरू हो जाता है। इस क्षेत्र में बेरोजगारी भी बहुत बड़ी समस्या है पलायन इतना होता है जिस पर आज तक किसी भी विधायक ने ध्यान नहीं दिया। मैं उन सभी मूलभूत सुविधाओं के लिए शत प्रतिशत प्रयास करूंगी कि उन्हें मैं पूर्ण करूं। मैं किसी को भी निराश नहीं करूंगी अपने व्यवहार से और अपने कर्तव्य से। विधानसभा क्षेत्र में जो मूलभूत आवश्यकताएं हैं उसे विधानसभा क्षेत्र में मैं धरातल पर लाने का काम करूंगी मैं इस मामले में कोई समझौता नहीं करूंगी। चाहे सरकार किसी की भी हो उसे पाटन छतरपुर की जनता के लिए कार्य करना ही पड़े, मैं ऐसा प्रयास करूंगी। बहुत लोग आए बहुत लोग गए और बहुत लोग आएंगे लेकिन जनता ने जिस विश्वास के साथ हम पर विश्वास जताते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ा करने का काम किया है उससे समझ में आ रहा है कि अब लोग दलगत भावना से ऊपर उठकर मतदान करेंगे । इतना समझ लीजिए कि यह चुनाव चंद्रमा कुमारी नहीं लड़ रही है बल्कि आम जनमानस की है। क्योंकि दल वालों के बारे में बहुत तरह की बातें हैं जब आप सभी लोग क्षेत्र में जाएंगे तो कुछ स्पष्टवादी लोग सब कुछ बता देंगे। मैं अभी इतना ही कहना चाहती हूं कि जिस तरीके से चुनाव में लोग आ रहे हैं जीतने के बाद भी यदि वे सभी क्षेत्र में निरंतर बने रहते तो आज क्षेत्र की यह दुर्दशा नहीं होती। मैं जनता से भी अपील करती हूं कि जनता जब वोट देने जाती है तो अपने नेताओं से हिसाब मांगे चाहे जो विधायक जितने वर्ष का शासन किया हो, सबसे हिसाब मांगे और पाई पाई का हिसाब मांगे। अपने जनप्रतिनिधि से उन्हें यह भी पूछना चाहिए कि आपने विधानसभा में इस क्षेत्र के लिए कौन-कौन सी समस्याओं को रखा है और उस पर कितना अमल हुआ है? और यदि आप विधानसभा में हमारे क्षेत्र की समस्या को रख ही नहीं सकते तो आपको किस आधार पर फिर से विधायक बना दें। यह जानने का अधिकार हर एक उस वोटर का है जिसने वोट दिया है क्योंकि दल के नाम पर वोट करना आसान होता है और वोट पाना भी आसान होता है, लेकिन दल वाले फिर बाद में यह नहीं पूछते हैं कि आपके क्षेत्र में विधायक के द्वारा कौन-कौन सा काम कराया गया है, जरा इसका भी हिसाब लीजिए। आखिर गरीब जनता गरीब होती चली गई और नेता लगातार अमीर होते चले गए, ऐसा किस कारण से हुआ जरा इसका हिसाब जनता मांगे? स्थानीय विधायक को इसका जवाब देना चाहिए। मैं जीतने के बाद क्षेत्र वासियों को पूरा हिसाब दूंगी कि मैं कितनी योजनाएं कराई, मेरे कार्यकाल से पहले क्षेत्र की स्थिति क्या थी और 5 वर्षों के बाद क्या है ? मैं विकास के नाम पर वोट मांगने आई हूं मैं जात की नहीं जमात की राजनीति करती हूं। इसी बीच बहुत से पत्रकार बन्धुओं ने पूछा कि पत्रकारों के लिए आपकी क्या सोच है पत्रकारों की बात कोई नहीं उठाता? जिस पर चंद्रमा कुमारी ने कहा कि आप तो दुनिया की आवाज बनते हैं अगर आपकी आवाज बनने का हमें अवसर मिलता है तो यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मैं बनूंगी आपकी आवाज और मैं विधानसभा से गरज के आपके लिए समुचित मांगों को रखने का प्रयास करूंगी और मेरा प्रयास होगा कि जो मांग हो वह पूरा भी हो, मैं केवल कालम पूर्ति के लिए आपकी मांग विधानसभा के पटल पर नहीं रखूंगी, जिस पर सभी पत्रकारों ने खुशी भी जाहिर की। मौके पर बलराम उपाध्याय रजनीकांत उपाध्यक्ष नवेंदु मिश्र सत्येंद्र कुमार रवि सीताराम सोनी रामाशीष रवि ललित उपाध्याय राजन कुमार उषा देवी मनीषा देवी सीता देवी सदरू अंसारी मुन्ना अंसारी रुस्तम अंसारी सुरेंद्र चंद्रवंशी पप्पू मिश्रा भरत रवी संतोष राम महेंद्र पासवान जीतू चंद्रवंशी सौरभ कुमार रजक अरविंद मेहता संतोष ठाकुर समेत सैकड़ो समर्थक उपस्थित थे।