तेज और ऐश्वर्या का तलाक होना इतना भी आसान नहीं, तलाक के बीच में कई कानूनी अड़चनें…

पटना अपनी पत्नी से तलाक लेने की अर्जी फाइल कर चुके लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को मनाने में उनका परिवार जुट गया है।खुद ऐश्वर्या अपने पिता के साथ उनके घर पहुँच चुकी हैं।सूत्रों के हवाले से जो खबर आ रही है तेजप्रताप यादव अपनी अर्जी वापस लेने को तैयार नहीं हैं।उनके तलाक की अर्जी पर सुनवाई के लिए तारीख तय हो गई है।लेकिन कानून के जानकारों का कहना है कि तेजप्रताप यादव-ऐश्वर्या राय का तलाक होना इतना भी आसान नहीं है।तलाक के बीच में कई कानूनी अड़चनें हैं।भारत में तलाक के लिए जो कानून है उसके अनुसार हिन्दू मैरिज एक्ट,1955 और स्पेशल मैरिज एक्ट, 1954 के तहत कोई तलाक ले सकता है।
पहला आधार है-सहमती से तलाक।दूसरा आधार-पति-पत्नी में से किसी भी एक का शादी से खुश न होना।देश में सहमती से तलाक लेने की प्रक्रिया दूसरे मामले के मुकाबले आसान है।तेजप्रताप यादव ने तलाक का आधार अपनी पत्नी के साथ खुश नहीं रहने को बनाया है।यानी उन्होंने जो तलाक की अर्जी दी है,उससे उनकी पत्नी सहमत नहीं हैं।वो तलाक के लिए तैयार नहीं हैं।ऐसे में तलाक बहुत मुश्किल से मिलता है।इस प्रक्रिया से तलाक के लिए तभी लड़ सकते हैं जब आप किसी तरह से शारीरिक/मानसिक प्रताड़ना, पार्टनर द्वारा छोड़ देना, पार्टनर की विक्षिप्त मानसिक स्थिति,धोखा, नपुसंकता जैसी गंभीर वजहों को ‘साबित’ कर देते हैं,जिससे साथ रहना नामुमकिन हो जाए।तलाक तभी मंजूर होगा अगर पीड़ित पक्ष साबित कर सके कि वो वाकई तलाक का हकदार है।तलाक का जो दूसरा आधार है,वह है-पति-पत्नी में अनबन का हद पार कर जाना।
इसके तहत दोनों आपस की सहमति से तालाक की अर्जी लगा सकते हैं।इस आधार पर 6 महीने में तलाक ज्यादातर मामलों में मिल जाती है।लेकिन तेजप्रताप का मामला अलग है।पत्नी साथ रहना चाहती है लेकिन तेजप्रताप रहने को तैयार नहीं।ऐसे में हिन्दू मैरिज एक्ट,1955 के सेक्शन 13(1) के तहत याचिका दायर कर सकते हैं।तेजप्रताप यादव ने इसी प्रक्रिया के तहत अर्जी दायर की है।लेकिन अब तेजप्रताप यादव को सबसे पहले ये साबित करना पड़ेगा कि वाकई वो पत्नी से प्रताड़ित हैं।सिर्फ आपसी रिश्ते खराब होने के आधार पर तलाक लेने का प्रावधान अपने देश में नहीं है।जाहिर है कि तेजप्रताप को अभी तलाक की प्रक्रिया पूरा करने के लिए काफी लम्बी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा लेकिन फिरहाल तेजप्रताप यादव के पास तलाक लेने के लिए पर्याप्त कारण नहीं हैं।
केवल ये आरोप लगा देने भर से तलाक नहीं मिलने वाला कि उनकी पत्नी उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करती है।वह कृष्ण हैं लेकिन उनकी पत्नी उनकी राधा नहीं बन पा रही है।उन्हें मानसिक प्रताड़ना का प्रमाण देना पड़ेगा।जाहिर है ये तलाक की अर्जी महज एक हाई वोल्टेज ड्रामा भर है।तलाक होना नहीं है।हाँ,इतना जरुर हो जाएगा कि इस हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद उनकी पत्नी और ज्यादा डर सहम जायेगीं और उन्हें मनमानी करने से रोक नहीं पाएगीं।उन्हें अपने मनमाफिक चलने के लिए बाध्य नहीं कर पाएगीं।फिलहाल दोनों परिवारों में सुलह की कोशिश जारी है।ऐश्वर्या राय के पिता पूर्व मंत्री चंद्रिका राय अपनी पत्नी और बेटी के साथ लालू आवास पहुंचे हुए हैं।लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती और मां राबड़ी देवी के साथ पूरे परिवार की बातचीत जारी है।खबर लिखने तक देर रात तक राबडी देबी के घर पर बीच बचाव की कोशिश चल रही ।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर