समाज के दबे-कुचले, गुमनाम लोगों को ‘पद्मश्री’ जैसे सम्मान मिलने से बढ़ा है बिहार का मान- सुशील मोदी।।…

त्रिलोकीनाथ प्रसाद बिहार से पद्मश्री सम्मान से रामचन्द्र मांझी, दुलारी देवी, मृदुला सिन्हा व डा. दिलीप कुमार सिंह के सम्मानित होने पर बधाई देते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि समाज के दबे-कुचले व गुमनाम व दूर-दराज के लोगों को ‘पद्म’ जैसे सम्मान से सम्मानित करने की परिपाटी केे कारण बिहार का मान बढ़ा है। मरणोपरांत रामविलास पासवान को पद्मविभूषण से सम्मानित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए श्री मोदी ने कहा कि स्व. पासवान देश के सर्वमान्य नेता थे।
श्री मोदी ने कहा है कि 95 वर्षीय रामचन्द्र मांझी ने भिखारी ठाकुर की नाच परम्परा को आगे बढ़ाया। दबे-कुचले समाज से आने वाले श्री मांझी को पद्मश्री से सम्मानित कर केन्द्र सरकार ने सराहनीय कार्य किया है। इसी प्रकार मल्लाह समाज से आने वाली दुलारी देवी जिन्होंने दूसरों के घरों में बत्र्तन मांज व झाडू-पोछा कर अपना जीवन निर्वाह करती रही है को मिथिला पेंटिंग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया हैं। भागलपुर के 92 वर्षीय डा. दिलिप कुमार सिंह की समाज व चिकित्सकीय सेवा को सम्मान दिया गया है। साहित्य सेवी व राजनीतिज्ञ मृदुला सिन्हा को साहित्य व शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित करने से बिहार का मान बढ़ा है।