किशनगंज : अजमेर किशनगंज श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन पहुँची किशनगंज,1400 से अधिक प्रवासी श्रमिकों के चेहरे खुशी से खिल उठे..
ट्रेन के स्टेशन पहुंचने से पूर्व जिलाधिकारी डॉ० आदित्य प्रकाश और जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष के नेतृत्व में पूरे स्टेशन परिसर के चारों तरफ से सील कर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती..किशनगंज ट्रेन आने के बाद किशनगंज जिलाधिकारी डॉo आदित्य प्रकाश और जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष बने कोरोना योद्धा..ट्रेन सवार श्रमिकों ने हाथ हिला कर स्टेशन पर उपस्थित अधिकारियों और लोगों का अभिवादन कर शुक्रिया अदा किया।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, दिनांक-14.05.2020 को अजमेर किशनगंज श्रमिक एक्सप्रेस लगभग 9 घंटे विलंब से किशनगंज पहुंची।शाम को तकरीबन 5 बजे के आसपास किशनगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पहुंची।ट्रेन में सवार 1400 से अधिक प्रवासी श्रमिकों के चेहरे खुशी से खिल उठे।ट्रेन सवार श्रमिकों ने हाथ हिला कर स्टेशन पर उपस्थित अधिकारियों और लोगों का अभिवादन कर शुक्रिया अदा किया।हालांकि श्रमिक स्पेशल में जिले के मात्र 144 प्रवासी ही सवार थे।जबकि समस्तीपुर जिले के 66 मधुबनी के 55 बेगूसराय के 42 मधेपुरा के 39 बांका के 25 भागलपुर के 24 अरवल के 21 पूर्वी चंपारण के 20 पश्चिम चंपारण के 19 जहानाबाद के 18 मुजफ्फरपुर के 14 सहरसा के 14 दरभंगा के 12 औरंगाबाद के 10 रोहतास के 9 सारण के 9 पटना के 7 सीतामढ़ी के 6 वैशाली के 6 लखीसराय के 6 कैमूर के 4 शेखपुरा के 4 नवादा के 4 मनेर के 3 नालंदा के 3 बक्सर के 2 मुंगेर के 2 गोपालगंज के 2 सुपौल के 1 सिवान के 1 भोजपुर के 1 बिहारशरीफ के 45 कटिहार के 1 भरगामा के 1 कुर्साकांटा के 1 यात्री सहित बंगाल के 3 श्रमिक सवार थे।आपको बताते चले कि ट्रेन के स्टेशन पहुंचने से पूर्व जिलाधिकारी डॉ० आदित्य प्रकाश और जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष के नेतृत्व में पूरे स्टेशन परिसर के चारों तरफ से सील कर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी।ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर रूकते ही किशनगंज पुलिस के साथ साथ आरपीएफ और जीआरपी जवानों ने उसे अपने कब्जे में ले लिया।ट्रेन के सभी दरवाजों को बंद कर मात्र एक दरवाजे से एक एक कर यात्रियों को नीचे उतारा गया।दरवाजे के ठीक सामने बकायदा टेबल लगाकर स्क्रीनिग की व्यवस्था की गई थी।भीषण गर्मी के कारण ट्रेन से उतरे कुछ श्रमिकों का शारिरिक तापमान काफी बढ़ गया था।प्रशासन ने धीरज से काम लेते हुए सभी मजदूरों को कुछ देर आराम करने के बाद जब एक बार फिर उनका तापमान चेक किया तो सभी सामान्य पाए गए।हालांकि ट्रेन से उतरने वाले किसी भी श्रमिक का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा रहा था।नतीजतन स्क्रीनिग के बाद यात्रियों का सैनिटाइजर से हाथ धुलाया गया और मास्क देकर एक एक कर रैंप ब्रिज के रास्ते एनएच छोड़ पर लाया गया और उन्हें भोजन व पानी की बोतल दी गई।एनएच छोड़ पर बनाए गए पार्किग स्थल से जिले के सभी यात्रियों को बसों में भरकर मजिस्ट्रेट और बल के साथ उनके ब्लॉक स्थित क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया।जबकि अन्य जिले के श्रमिकों को उनके गृह जिला भेजने के लिए प्रशासन ने अलग से व्यवस्था की थी।जिलाधिकारी डॉ० आदित्य प्रकाश डीएम ने बताया कि अन्य जिलों के श्रमिकों को जांचोपरांत उनके गृह जिला भेजा जा रहा है।