किशनगंज : मध्य निषेध अधिकारियों पर निर्दोशो को पकड़ने का लगा आरोप, फूटा लोगो का गुस्सा।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, मद्य निषेध व उत्पाद विभाग के अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। मद्य निषेध विभाग के कार्यालय के बाहर लोगों ने जमकर हंगामा कर अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की। आक्रोशित लोगों ने आरोप लगाया कि विभाग के द्वारा निर्दोष लोगों को पकड़कर उन्हें शराब तस्करी के आरोप में फंसाया जा रहा है, जबकि शराबियों को रिश्वत लेकर छोड़ दिया जाता है। लोगों के मुताबिक, शुक्रवार रात शहर के खगड़ा निवासी तंज़ीर नामक व्यापारी, जो अपनी दुकान के लिए बंगाल के रामपुर से सामान खरीदकर घर लौट रहा था, उसे उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने शराब तस्करी के आरोप में पकड़ लिया जबकि उनके पास कोई साक्ष्य नहीं मिला और ना ही उन्होंने शराब पी रखी थी।परिजनों के मुताबिक, उसे छोड़ने के नाम पर पैसे की मांग की जा रही है और नहीं देने पर विभाग के द्वारा शराब तस्करी का झूठा मुकदमा दायर कर उसे फंसाया जा रहा है। आक्रोशित लोगों ने बताया कि उत्पाद विभाग के अधिकारी पैसे लेकर शराबियों को छोड़ देते है और इसका कोटा पूरा करने के लिए निर्दोष को पकड़ा जाता है। लोगों ने यह भी कहा कि उत्पाद विभाग के काले कारनामों को लेकर किशनगंज जिला पदाधिकारी से शिकायत की जाएगी और अगर उनके द्वारा कार्रवाई नहीं की गई, तो लोग सड़कों पर उतरने पर मजबूर हो जाएंगे। इस मामले को लेकर उत्पाद अधीक्षक से पूछा गया तो उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया। गौरतलब हो कि शुक्रवार की रात उत्पाद विभाग की टीम के द्वारा ज़िले के अलग अलग स्थानों में शराब पीने वालों के विरुद्ध अभियान चलाया गया। उत्पाद अधीक्षक तारिक महमूद के निर्देश पर अभियान गलगलिया चेक पोस्ट, फरिंगगोला चेक पोस्ट व रामपुर चेक पोस्ट में चलाया गया।अभियान में कुल 70 लोगों को शराब पीने के आरोप में पकड़ा गया। सभी को फरिंगगोला, गलगलिया व रामपुर चेक पोस्ट से गिरफ्तार किया गया। वही गिरफ्तारी के बाद कुछ युवकों के परिजन उत्पाद कार्यालय के बाहर आकर मद्य निषेध व उत्पाद विभाग के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी व हंगमा किया। आक्रोशित लोगों ने आरोप लगाया कि विभाग के द्वारा निर्दोष लोगों को पकड़कर उन्हें शराब तस्करी के आरोप में फंसाया जा रहा है, जबकि शराबियों को रिश्वत लेकर छोड़ दिया जाता है। हालांकि विभाग की माने तो जो दोषी हैं उन्हें ही पकड़ा जा रहा है। चेकिंग के दौरान शराब पीने की पुष्टि होने के बाद ही पकड़ा जाता है। टीम में इंस्पेक्टर ताहिर अंसारी, अवर निरीक्षक विष्णु देव यादव, अवर निरीक्षक विकास कुमार, सहायक अवर निरीक्षक नीरज कुमार आदि शामिल थे। उत्पाद अधीक्षक तारिक महमूद ने कहा कि सभी बंगाल से शराब पीकर शहर में वापस लौट रहे थे। उत्पाद टीम अलग अलग चेक पोस्टों पर तैनात हो गई। इसके बाद बंगाल से आने वाले लोगों की ब्रेथ एनालाइजर मशीन से जांच की गई। जांच के दौरान शराब पीने की पुष्टि होते ही इन्हें पकड़ लिया गया। सभी को शनिवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।