औरंगाबाद : अभाविप के द्वारा मनाई गई डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की 63वीं पुण्यतिथि..

औरंगाबाद/मयंक कुमार, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के औरंगाबाद इकाई ने संविधान निर्माता डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की 63वीं पुण्यतिथि मनायी।विद्यार्थी परिषद ने बाबा साहेब की पुण्यतिथि को सामाजिक समरसता दिवस के रुप में मनाया।इस मौके पर परिषद कार्यकर्ताओ ने समाहरणालय में प्रतिमा पर पुष्पाजंलि अर्पित कर कार्यक्रम के साथ विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया।कार्यक्रम का शुभारम्भ अभाविप के प्रदेश सह मंत्री आशिका सिंह कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अभाविप के प्रदेश सह मंत्री ने कहा कि डाॅ. भीमराव अंबेडकर ने आजादी के बाद देश को एकसूत्र में पिरोकर एक नयी ताकत के रुप में उभरने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए ऐसे संविधान का निर्माण किया, जो विश्व के लिये मिसाल बन गया।कार्यकर्ताओं के द्वारा वंचित बस्ती में जाकर बच्चों के बीच मिठाई खिलाकर पुस्तक वितरण करते हुए उन्हें भी अच्छी शिक्षा लेने का सुझाव दिया।कई परिवारों से मिलकर बच्चे को शिक्षित बनाने का संकल्प भी दिलवाया गया।विद्यार्थी परिषद सामाजिक समरसता स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।परिषद विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से छात्र-छात्राओं में सामाजिक समरसता, आपसी सौहार्द तथा भाईचारा की भावनाओं को विकसित करने का कार्य करता है।परिषद ने सामाजिक समरसता के लिए अनेक आंदोलन किए हैं। साथ ही अनूसूचित जाति और जनजाति के समस्याओं के समाधान के लिए भी आंदोलन किया है।जिला संयोजक अमित गुप्ता ने कहा की बाबा साहेब केवल दलितों के नेता नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र के नेता थे।देश की सेवा के लिए भारत बाबा साहेब का हमेशा आभारी रहेगा।इस दौरान आलोक कुमार, ऋषि राज, शुभम कुमार, अभिषेक, गुंजन, सौरव सिंह चौहान ने युवा पीढ़ी से संविधान निर्माता डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के विचारों को आत्मसात करने का आहवान किया।नगर सह मंत्री मुकुल कुमार ने कहा की सामाजिक समरसता के लिए अभाविप हमेशा से संघर्षरत रहा है इस अवसर पर विश्वजीत कुमार, समीर, शुभम ऋषि, सौरभ, आलोक, अभिषेक, गुंजन, पवन, सुप्रिया आदि लोग उपस्थित रहे।