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 लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली द्वारा आयोजित होने वाली आगामी सभी परीक्षाओं के सुचारू एवं सफल संचालन हेतु श्रीकृष्ण स्मारक भवन, पटना में आज पदाधिकारियों की ब्रीफिंग की गई।…

त्रिलोकी नाथ प्रसद-श्री संजय प्रसाद, उप सचिव तथा श्री दीप पंत, अवर सचिव, संघ लोक सेवा आयोग द्वारा पदाधिकारियों को संबोधित किया गया।पदाधिकारियों को आयोग की शब्दावलियों एवं निदेशों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। समन्वय पर्यवेक्षक, केन्द्र पर्यवेक्षक, सहायक पर्यवेक्षक, प्रेक्षक, वीक्षक, स्थानीय निरीक्षण पदाधिकारी एवं निरीक्षण पदाधिकारी के कार्यों एवं दायित्वों के बारे में बताया गया। परीक्षा के वास्तविक दिन से एक दिन पहले की तैयारियों तथा पदाधिकारियों एवं दण्डाधिकारियों की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। अभ्यर्थियों के बैठने की व्यवस्था, केन्द्र के परिसर की सफाई, पेयजल की सुविधा, अभ्यर्थियों के लिए महत्वपूर्ण निदेशों का प्रदर्शन, विधि-व्यवस्था संधारण इत्यादि के बारे में पदाधिकारियों को विस्तार से बताया गया।

1. केन्द्र पर्यवेक्षक द्वारा परीक्षा से एक दिन पहले वीक्षकों एवं अन्य संलग्न पदाधिकारियों की ब्रीफिंग की जाएगी। प्रत्येक पेपर के लिए अलग सिटिंग प्लान बनाया जाएगा। केंद्र पर पेयजल की समुचित सुविधा रहनी चाहिए। अभ्यर्थियों के फ्रिस्किंग की उचित व्यवस्था रहनी चाहिए, यद्यपि कोविड-19 के कारण फ्रिस्किंग पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गयी है।

2. प्रमुख स्थानों पर अभ्यर्थियों के लिए महत्वपूर्ण निदेशों का प्रदर्शन रहना चाहिए।

3. विधि-व्यवस्था संधारण के लिए समुचित प्रबंध किया जाना चाहिए।

4. सार्थक जैमिंग सेवा के लिए जैमर के अधिष्ठापन का प्रबंध रहना चाहिए।

5. प्रत्येक परीक्षा कक्ष में कम से कम दो वीक्षक प्रतिनियुक्त रहना चाहिए। वीक्षकों को आयोग की मार्ग निर्देशिका निश्चित रूप से उपलब्ध करायी जानी चाहिए।

6. वीक्षकों या अन्य संलग्न कर्मियों के लिए मोबाईल फोन, स्मार्ट वाच या ऐसा कोई भी गजट ले जाना प्रतिबंधित है।

7. अभ्यर्थियों को परीक्षा परिसर में प्रवेश के लिए आयोग के वेबसाईट से डाउनलोड किया हुआ ई-एडमिट कार्ड का प्रिन्टआउट मान्य है। परीक्षा हॉल में प्रवेश करने एवं छोड़ने के समय संबंधी निदेशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।

आयोग के प्रतिनिधियों ने कहा कि स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षाओं का आयोजन कराना आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इन परीक्षाओं की गरिमा एवं महत्व को सुनिश्चित करने के लिए आयोग के दिशा-निदेशों का अक्षरशः अनुपालन आवश्यक है।

इस कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त, आयुक्त के सचिव, अपर जिला दंडाधिकारी विधि-व्यवस्था, अपर जिला दंडाधिकारी विशेष कार्यक्रम, अपर जिला दंडाधिकारी सामान्य, अनुमंडल पदाधिकारीगण, प्रखंड विकास पदाधिकारीगण, अंचलाधिकारीगण, बाल विकास परियोजना पदाधिकारीगण एवं अन्य भी उपस्थित थे।

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