भाकपा ने मनाई कार्ल मार्क्स की जयंती।..

कुणाल कुमार/पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बिहार राज्य परिषद द्वारा सोमवर को महान दार्शनिक,सर्वहारा के नायक, क्रांतिकारी कार्ल मार्क्स की जयंती जनशक्ति भवन में मनाई गई। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कार्ल मार्क्स की तस्वीर पर पुष्पांजलि कर श्रद्धांजलि दी और कार्ल मार्क्स के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। पुष्पांजलि करने वाले में भाकपा राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय, पूर्व सांसद सत्रुघ्न प्रसाद सिंह, राज्य सचिव मंडल सदस्य रामबाबू कुमार, अजय कुमार सिंह, निवेदिता, मिथिलेश कुमार झा व प्रभाशंकर सिंह,राज्य कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र कुमार, राजश्री किरण, पूर्व विधान पार्षद उषा सहनी, राज्य परिषद सदस्य रामनारायण यादव, इंदु भूषण वर्मा, सिदेश्वर सहित सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता शामिल हैं। समारोह की अध्यक्षता राज्य सचिव मंडल सदस्य रामचंद्र महतो ने की।
जयंती समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद सत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि कार्ल मार्क्स ने शोषण की जंजीरों से परे सपने देखने की हिम्मत दी और न्याय पर आधारित दुनिया की कल्पना की। गरीबी मुक्त और शोषण मुक्त समाज बनाने की कल्पना की। उन्होंने मजदूर वर्ग को सिद्धांत से कहीं अधिक दिया। दुनिया के मजदूरों को एक आवाज, एक दृष्टि और एक हथियार दिया। अपने उत्पीड़न को समझने और उसके खिलाफ उठने की शक्ति दी। मार्क्स ने केवल दुनिया की व्याख्या नहीं की, बल्कि उसे बदलने का रास्ता भी दिखाया। मार्क्स की क्रांतिकारी विचारधारा आज भी सामाजिक न्याय, समानता और वर्गहीन समाज की दिशा में संघर्षरत आंदोलनों के लिए प्रेरणा स्रोत है। मार्क्स के विचारों ने दुनिया भर में पीड़ितों और शोषितों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एक ऐसी दुनिया में जहाँ अरबपति फलते-फूलते हैं जबकि मजदूर मेहनत करते हैं, जहाँ असमानता बढ़ती है और जहाँ लाभ को लोगों से ऊपर रखा जाता है । मार्क्स के शब्द पहले से कहीं ज़्यादा ज़ोरदार हैं। शोषण की व्यवस्था को खत्म करने का उनका आह्वान आज भी हर विरोध और प्रतिरोध के हर कार्य में गूंजता है।
मार्क्स सिर्फ़ अतीत की शख्सियत नहीं हैं। कार्ल मार्क्स के विचारों की महत्ता काफी बढ़ गई है। इस मौके पर जनशक्ति साप्ताहिक मई दिवस विशेषांक का लोकार्पण किया गया।