राजनीति

केंद्र सरकार महंगाई रोकने में फिसड्डी, खुदरा महंगाई 7.74 फीसदी पहुँची

कुणाल कुमार-पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार महंगाई पर काबू पाने में विफल साबित हुई है। खुदरा महंगाई दर 7.74 फीसदी पहुँच गई है। देश लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही थोक महंगाई भी बढ़ने लगी है। थोक महंगाई उच्च स्तर पर पहुँच गई है। बेरोजगारी बढ़ने और प्रति व्यक्ति आय घटने से बाजार में संतुलन नहीं बन पा रहा है और लगातार महंगाई बढ़ती ही जा रही है। खाद्य सामग्रियों के साथ साथ  विनिर्माण और बिजली क्षेत्र में भी महंगाई बढ़ रही है।
भाकपा राज्य सचिव ने बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 में महंगाई कम करने के वायदे के साथ सत्ता में आयी थी, लेकिन पिछले दस वर्षों में महंगाई आसमान छूने लगी है। खाद्य वस्तुओं के साथ साथ डीजल, पेट्रोल, घरेलू गैस, विनिर्माण और बिजली की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि महंगाई का एक बड़ा कारण विकास दर में असंतुलन है। कुछ क्षेत्र में विकास दर काफी ऊंची है तो कुछ में नीचे का रुख बना हुआ है। थोक महंगाई बढ़ने का अर्थ है कि खुदरा महंगाई बढ़ेगी और देश की जनता की जेब ढीली होगी। यही कारण है कि खाद्य वस्तुओं के साथ साथ सब्जियों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। देश की जनता लोकसभा चुनाव में महंगाई पर रोक लगाने में विफल केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ है और सत्ता से हटाकर इन्डिया गठबंधन की सरकार बनाने जा रही हैं।

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