जिलाधिकारी, पटना द्वारा पीड़ित व्यक्तियों और उनके परिजनों से भेंट की गई। पूरे घटनाक्रम को दु:खद बताते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया गया।….

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-गुलजारबाग स्टेशन के पास मेहंदी गंज गुमटी के पास रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए स्थायी संरचना को हटाने हेतु सक्षम प्राधिकार एस्टेट ऑफिसर, दानापुर द्वारा पीपीई एक्ट, 1971 (एविक्शन आप पब्लिक प्रिमाइसेज एक्ट) की धारा 5(1) के तहत दिनांक 11.08.2022 को आदेश पारित किया गया था।
उक्त आदेश के आलोक में एस्टेट ऑफिसर, दानापुर द्वारा अतिक्रमण खाली कराने हेतु 16 फरवरी 2023 की तिथि निर्धारित करते हुए विधि व्यवस्था संधारण हेतु दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की मांग की गई थी जिसके आलोक में अनुमंडल स्तर से दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
दिनांक 16 फरवरी 2023 को रेलवे के पदाधिकारियों एवं रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ एवं जीआरपी) के साथ दंडाधिकारी एवं पुलिस बल अपराह्न 1 बजे तक अतिक्रमण स्थल पर पहुंचे। वहां पहले से ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जमा थे तथा अतिक्रमण अभियान का विरोध कर रहे थे। वार्ता के क्रम में ही लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से स्थल को खाली करने अनुरोध किया जा रहा था। इसी बीच उक्त अतिक्रमण संरचना (एक हार्डवेयर दुकान तथा दूसरा हलवाई दुकान) में से हार्डवेयर दुकान के अंदर से दुकान मालिक श्री अनिल कुमार पिता श्री ओमप्रकाश साह के द्वारा अपने शरीर पर आग लगाते हुए दुकान के बाहर भीड़ की ओर दौड़े। इसे देखकर श्री अनिल कुमार के शरीर में लगे आग को बुझाने के लिए उपस्थित पुलिस बल एवं स्थानीय लोग दौड़े जिसमें श्री अनिल कुमार उम्र 34 साल के साथ दो भाई श्री अजीत कुमार उम्र 40 साल एवं श्री आदित्य कुमार उम्र 28 साल सभी पिता श्री ओमप्रकाश साह तथा स्थानीय नागरिक श्री कन्हैया कुमार भी आग में झुलस कर घायल हो गये। इसी क्रम में स्थानीय लोगों द्वारा उपस्थित रेलवे के अधिकारियों, दंडाधिकारी एवं पुलिस बल पर पथराव कर दिया गया।
घायल व्यक्तियों को इलाज हेतु तत्काल नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें अपोलो बर्न हॉस्पिटल, अगमकुंआ में बेहतर इलाज हेतु ले जाया गया।
जिलाधिकारी, पटना डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। प्रशासन द्वारा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
जिलाधिकारी, पटना द्वारा पीड़ित व्यक्तियों और उनके परिजनों से भेंट की गई। पूरे घटनाक्रम को दु:खद बताते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया गया।
जिलाधिकारी, पटना डॉ चंद्रशेखर सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पटना सिटी को घटना की विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है।