जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बाढ़, बख्तियारपुर, एवं अथमलगोला के बाढ़ प्रभावित दियारा क्षेत्र का अधिकारियों की टीम के साथ भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:- तथा प्रभावित परिवारों से हाल-चाल जाना एवं हरसंभव मदद का भरोसा दिया। इस क्रम में जिलाधिकारी ने बख्तियारपुर प्रखंड के रानी सराय घाट से इनफ्लैटेबल मोटर बोट के माध्यम से प्रखंड के दियारा क्षेत्र काला दियारा, रूपस महाजी, चिरैया, हरनहिया, सत्रहबीघा तथा अथमलगोला प्रखंड के रामनगर दियारा एवं रामनगर करारी कछार में बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया तथा लोगों से फीडबैक लिया। साथ ही बाढ़ प्रखंड परिसर सहित अन्य केंद्रों पर संचालित सामुदायिक किचन का निरीक्षण किया तथा अनुमंडल पदाधिकारी बाढ़ एवं संबंधित अंचलाधिकारी को आवश्यकतानुसार कम्युनिटी किचन की संख्या बढ़ाने तथा बाढ़ प्रभावित परिवारों को हर संभव सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया।
जिला प्रशासन द्वारा दियारा क्षेत्र के हर वार्ड के लिए एक नाव की व्यवस्था की गई है जिसके माध्यम से व्यक्ति सुरक्षित स्थलों पर आ सकते हैं अथवा अपने आवागमन की सुविधा के रूप में उपयोग कर सकते हैं। कई परिवार सुरक्षित स्थानों/ राहत शिविरों में आये हैं वहां उन लोगों के लिए दोनों शाम खाने पीने, तथा बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था की गई है। साथ ही उन स्थानों पर रह रहे लोगों के लिए टेस्टिंग टीकाकरण एवं स्वास्थ्य परीक्षण हेतु मेडिकल टीम भी कार्यरत है। जिलाधिकारी ने संचालित चिकित्सा केंद्र का भी निरीक्षण किया तथा शत प्रतिशत टीकाकरण करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त जो परिवार अपने घरों मैं ही रह रहे हैं उनके लिए भी जिला प्रशासन द्वारा पॉलीथिन शीट एवं ड्राई फूड का पैकेट का वितरण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त पशुओं के लिए भी पशु चारा एवं पशु दवा की व्यवस्था की गई है। उल्लेखनीय है कि बाढ़ में 100 क्विंटल दानापुर में 100 क्विंटल तथा पटना सदर में 100 क्विंटल पशु चारा भेजा गया है। साथ ही पशु चिकित्सक की टीम भी आवश्यक पशुदवा के साथ सक्रिय एवं तत्पर है। इस प्रकार जिला प्रशासन द्वारा राहत शिविर पर खाने-पीने शौचालय पेयजल लाइटिंग आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। साथ ही जो परिवारों सुरक्षित जगह/ बांध आदि पर आ गए हैं उनके बीच भी पॉलिथीन सीट ,ड्राई फूड पैकेट, पशुचारा, पशुदवा एवं चिकित्सा की व्यवस्था की गई है।
इस दौरान जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रखंड परिसर सहित कईअन्य कम्युनिटी कीचेन का निरीक्षण किया तथा भोजन की गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने उपस्थित लोगों से फीडबैक भी प्राप्त किया। आज महिलाओं, बच्चों, युवाओं एवं वृद्ध व्यक्तियों के बीच कपड़ा का भी वितरण किया गया। लोगों ने प्रशासनिक व्यवस्था के प्रति संतोष व्यक्त किया। बाढ़ प्रखंड में उपस्थित व्यक्तियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने बाढ़ पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिया।
बाढ़ प्रखंड परिसर में बने बाढ़ राहत शिविर केंद्र का भ्रमण कर गर्भवती व धात्री महिलाओं को पोषण व स्वास्थ्य संबंधी सलाह दिया गया। उन्हें covid जांच एवम टीकाकरण हेतु प्रेरित किया गया। जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार करने तथा उनका समुचित देखभाल एवं मॉनिटरिंग करने का निर्देश दियाहै।
दियारा क्षेत्र के लोगों की फसल क्षति को देखते हुए जिलाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को फसल क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया है।
बाढ़ सहायता राशि हेतु प्रति परिवार ₹6000 की दर से भुगतान हेतु जिलाधिकारी ने संबंधित अंचलाधिकारी को पंचायतवार सूची तैयार कर अनुश्रवण समिति से पास कराने तथा अपलोड करने का निर्देश दिया ताकि प्रभावित परिवारों को अविलंब भुगतान की कार्रवाई की जा सके।
जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी एवं संबंधित अंचलाधिकारी को मनेर से मोकामा अंतर्गत 14 दियारा क्षेत्र के लोगों से लगातार संपर्क बनाए रखने , भ्रमणशील रहने ,उनका हालचाल पूछते रहने तथा सभी आवश्यक सुविधा प्रदान करने का सख्त निर्देश दिया है।
जिला स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है जिसका दूरभाष संख्या
0612-2010118 है तथा तीन पालियों में कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इस नंबर पर दियारा क्षेत्र के लोग बीमारी दवा पशु सहित कई अन्य समस्याओं के बारे में जानकारी दे सकते हैं तथा वहां संधारित रिकॉर्ड के अनुसार संबंधित विभाग के माध्यम से उन समस्याओं का समाधान त्वरित रूप से किया जाएगा।
जिलाधिकारी के साथ अनुमंडल पदाधिकारी बाढ़ श्री सुमित कुमार जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री प्रमोद कुमार बख्तियारपुर अथमलगोला एवं बाढ़ के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी सहित कई अन्य अधिकारी एवं स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।