अपने शोक संदेश में श्री सिंह ने कहा कि श्री आर एल भाटिया साहब 11 जुलाई 2008 से 28 जून 2009 तक बिहार के राज्यपाल थे।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद – इससे पूर्व वे 2004 से 2008 तक केरल के भी राज्यपाल रहे। श्री भाटिया का जन्म 3 जुलाई 1921 को हुआ था। वे भारत सरकार में विदेश राज्य मंत्री भी रहे। पड़ोसी देशों से मधुर संबंध बनाने हेतु तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई ने इनके अनुभव का लाभ लिया था। ये 1972, 1980, 1985, 1992, 1996, 1999 में लोक सभा के सदस्य निर्वाचित हुए थे। 1982 में इन्हें लोक सभा की निवेदन समिति का अध्यक्ष और 1992 में संविधान संशोधन हेतु गठित प्रवर समिति का अध्यक्ष बनाया था। श्री भाटिया के निधन से राजनीतिक एवं प्रशासनिक क्षेत्र में उत्पन्न रिक्ति की भरपाई निकट भविष्य में होना मुश्किल है। कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने पूर्व सांसद माननीय विजय सिंह यादव के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा कि श्री यादव संघर्षशील, समाजसेवी और जनता के प्रति समर्पित थे। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। श्री सिंह ने कहा कि विजय सिंह यादव का जन्म 1 जनवरी, 1953 को हुआ था। 1996 में दानापुर विधान सभा उपचुनाव में निर्वाचित हुए थे। बाद में सन 2000 में वे राज्य सभा के सदस्य हुए थे ।
कार्यक्रम संदेश में श्री सिंह ने कहा कि श्री आर एल भाटिया साहब 11 नवंबर 2008 से 28 नवंबर 2009 तक बिहार के उपराज्यपाल। वे पूर्व में 2004 से 2008 तक केरल के भी थे। श्री भाटिया का जन्म 3 जुलाई 1921 को था। वे भारत सरकार में विदेश राज्य मंत्री भी हैं। ️ देशों️️️️️️️️️ है है है ये 1972, 1980, 1985, 1992, 1996, 1999 में लोक सभा के सदस्य थे। 1982 में अध्यक्ष पद की कार्यकारी समिति का सदस्य और 1992 में संवैधानिक सदस्य प्रवर का अध्यक्ष था। श्री भाटिया के खराब होने की स्थिति में भी ऐसा ही होता है।
प्रेक्ष्यपति अवधेश नारायण सिंह ने पूर्वस्खलन खराब हो गया है। अपने शोक संदेश में कहा था कि श्री यादव संघर्षशील, समाजसेवी और जनता की प्रतिनियुक्ति थी। उनके श्री सिंह ने कहा कि विजय सिंह यादव का जन्म 1 जनवरी, 1953 को हुआ था। 1996 में दानापुर विधान सभा उपचुनाव में चुनाव हुआ। बाद में सन 2000 में वे राज्य सभा के सदस्य थे।