किशनगंज : अपहरण के मामले में नाटकीय ढंग से पीड़िता खुद अभियुक्त को लेकर पहुंच गई एसपी ऑफिस..

लड़का लड़की दोनों बालिग है और इंडियन पेनल कोर्ट बालिग लड़का लड़की को अपनी मर्जी से शादी करने का अधिकार देता है पर यहाँ परिजन के पसन्द न पसन्द का सवाल है इसपर जब लड़की अब शादी कर चुकी है तो सभी को स्वीकार कर लेने में ही भलाई है क्योकि इतिहास गवाह है प्यार कभी गरीब, आमिर, ऊँच, नीच, जात, धर्म नहीं देखता बस हो जाता है।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले के कोढ़ोबाड़ी थाना क्षेत्र में अपहरण के मामले में नाटकीय ढंग से पीड़िता खुद अभियुक्त को लेकर पहुंच गई एसपी ऑफिस और अभियुक्त के निर्दोष होने की बात कही, दरअसल 03 तारीख को जिले के कोढ़ोबाड़ी थानाक्षेत्र के धनगढ़ा पंचायत निवासी लड़की के पिता ने एक युवक पर अपहरण का मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद पुलिस ने अभियुक्त की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी थी पुलिस दबिश से परेशान प्रेमी जोड़े ने मिडीया को खबर कर डायरेक्ट एसपी के पास जाने की ठानी।घटना के बाद पुलिस ने अभियुक्त की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी थी पर नाटकीय ढंग से एसपी ऑफिस पहुंची यह लड़की बालिग है और अपना जन्म प्रमाण पत्र दिखाकर सफाई दे रही है और अपने परिजनों को प्यार का दुश्मन बता रही है सेवी प्ररवीन प्रेमी लड़की का कहना है की यह युवक तारीख इस्लाम मेरा प्रेमी है जो गाँव में मुख्यमंत्री जन नल योजना के ठेकेदारी का काम देखा करता था।इस दौरान प्यार हो गया और परिवार के राजी न होने पर मैने 28 दिसम्बर को ही भाग कर कोर्ट में शादी कर ली है पर मेरे पिता को यह मंजूर नहीं था जिससे उन्होंने पुलिस में अपहरण का मामला दर्ज करा दिया था, मैं मेरे पति को बचाने पहुंची हूँ।साथ साथ हाथ पकड़ कर एसपी ऑफिस पंहुचा तारीख इस्लाम प्रेमी युबक का कहना है कि हमलोग प्यार करते है लड़की भी बालिग है और 28 तारीख को हमलोग शादी कर लिया था पर इसके पिता को मै मंजूर न था और 03 जनवरी को मेरे ऊपर झूठा अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया है जबकि मैंने शादी के तुरन्त बाद इनके पिता को भी व्हाट्सएप्प पर शादी की जानकारी दे दिया था वही इस मामले में एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी का कहना है जिले के कोढ़ोबाड़ी थाना का यह मामला है लड़की के पिता ने लड़की को नाबालिग बता कर अपहरण का मामला दर्ज कराया था अभी अनुशंधान चल ही रहा था इस दौरान लड़की बरामद हो गई है उसने जन्म, तथा विवाह प्रमाण पत्र दिखाया है उसके 161 का बयांन हुआ है 164 का बयान कराकर विधि सम्मत कार्यवाही की जाएगी।आपको बताये चले कि लड़का लड़की दोनों बालिग है और इंडियन पेनल कोर्ट बालिग लड़का लड़की को अपनी मर्जी से शादी करने का अधिकार देता है पर यहाँ परिजन के पसन्द न पसन्द का सवाल है इसपर जब लड़की अब शादी कर चुकी है तो सभी को स्वीकार कर लेने में ही भलाई है क्योकि इतिहास गवाह है प्यार कभी गरीब, आमिर, ऊँच, नीच, जात, धर्म नहीं देखता बस हो जाता है।