किशनगंज को जल्द मिल सकता है पहला NQAS प्रमाणित हेल्थ सेंटर
कोचाधामन के काशीबाड़ी HWC में केंद्रीय टीम ने किया मूल्यांकन, जिले के स्वास्थ्य तंत्र में बड़ा बदलाव

किशनगंज,30जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य सेवाएं किसी भी समाज की रीढ़ होती हैं, और किशनगंज जिला अब इस दिशा में एक ऐतिहासिक पड़ाव की ओर बढ़ चला है। जिले के कोचाधामन प्रखंड अंतर्गत काशीबाड़ी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) के तहत प्रमाणीकरण के लिए चुना गया है। 30 जून को केंद्र सरकार द्वारा नामित राष्ट्रीय असेसर टीम ने यहां पहुंचकर विभिन्न मापदंडों पर केंद्र का आकलन किया।
राष्ट्रीय असेसर टीम ने किया निरीक्षण, व्यवस्थाओं से जताई संतुष्टि
निरीक्षण टीम में शामिल Ms. अंकिता नाथ और Ms. सुनीता श्रीवास्तव ने केंद्र की सेवाओं, साफ-सफाई, मरीज संतोष, दवाओं की उपलब्धता, दस्तावेज़ीकरण और प्रबंधन सहित 12 से अधिक मानकों की गहन समीक्षा की। टीम ने केंद्र की तैयारियों को व्यवस्थित और सेवाओं को मानकों के अनुरूप बताया। यह किसी भी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
स्थानीय स्वास्थ्य टीम की समर्पित भूमिका
इस निरीक्षण प्रक्रिया में जिला स्वास्थ्य समिति के DQAC प्रभारी सुमन सिन्हा की उपस्थिति में केंद्र की ओर से सभी दस्तावेज और प्रक्रियाएं सफलतापूर्वक प्रस्तुत की गईं। साथ ही DPM डॉ. मुनाजिम, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजय, BHM किशोर कुमार, BCM, CHO, ANM, और सहयोगी संस्थाएं जैसे पिरामल स्वास्थ्य एवं PSI संस्था के प्रतिनिधियों ने भी केंद्र की व्यवस्था को टीम के समक्ष प्रभावशाली रूप में प्रस्तुत किया।
जिलाधिकारी और सिविल सर्जन ने बताया बदलाव का मॉडल
जिलाधिकारी विशाल राज ने इस अवसर को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य केवल आंकड़ों में सुधार नहीं है, बल्कि लोगों के मन में भरोसा जगाना है। यह प्रमाणीकरण इस दिशा में बड़ा कदम साबित होगा।”
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि यह केवल एक केंद्र का नहीं, बल्कि पूरे जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था के कायाकल्प का संकेत है। उन्होंने बताया कि पहले यह केंद्र सीमित संसाधनों और दुर्गम रास्तों से जूझ रहा था, लेकिन स्थानीय मुखिया के प्रयासों से संपर्क पथ बना, और फिर प्रशासनिक इच्छाशक्ति से केंद्र को नया जीवन मिला।
सेवाओं की गुणवत्ता बनी पहचान
आज काशीबाड़ी HWC में ANC, NCD, टीकाकरण, एनीमिया मुक्त भारत अभियान, मातृ एवं शिशु देखभाल, फीडबैक प्रणाली और रिकॉर्ड प्रबंधन जैसी सेवाएं गुणवत्तापूर्ण ढंग से दी जा रही हैं। यह केंद्र अब सिर्फ इलाज का स्थान नहीं, बल्कि ग्रामीणों के विश्वास और गरिमा का प्रतीक बन चुका है।
क्या होगा NQAS प्रमाणीकरण का लाभ?
डॉ. चौधरी ने बताया कि यदि प्रमाणीकरण मिलता है, तो—
- आम जनता को बेहतर, सुरक्षित और समयबद्ध सेवाएं मिलेंगी
- केंद्र को राज्य व राष्ट्रीय योजनाओं में प्राथमिकता मिलेगी
- कर्मियों का मनोबल बढ़ेगा और कार्यप्रणाली सुधरेगी
- अन्य केंद्रों को भी एक अनुकरणीय मॉडल मिलेगा
प्रतीक्षा अब केंद्रीय टीम की रिपोर्ट की
DQAC प्रभारी सुमन सिन्हा ने कहा, “अब पूरा जिला इस रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहा है। अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो किशनगंज को जल्द ही उसका पहला NQAS प्रमाणित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर मिलने जा रहा है।”