कटिहार : ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के 11 सदस्य गिरफ्तार
कटिहार, 29 मई (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी हरियाणा साइबर पुलिस की स्पेशल टीम और कटिहार पुलिस द्वारा संयुक्त छापेमारी से हुई है। इस गिरोह के सदस्य कटिहार सहायक थाना क्षेत्र स्थित लोचन मंदिर के समीप किशोर चन्द्र ठाकुर के मकान में किराये पर रहकर ठगी को अंजाम देते थे। ठगों ने पूरे बहुमंजिला मकान को किराये पर ले रखा था, ताकि उनकी गतिविधि की भनक किसी को न लगे। पुलिस ने उनके पास से ठगी में इस्तेमाल होने वाले आठ लैपटॉप, 30 मोबाइल फोन और 35 सिम कार्ड भी बरामद किये। इस बाबत सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश ने प्रेस वार्ता कर ये जानकारी दी। घटना के संबंध में कटिहार आए हरियाणा के यमुनानगर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर नरेंद्र पाल सिंह ने बताया कि पिछले दिनों यमुनानगर के क्राइम ब्रांच में ऑनलाइन ठगी का एक मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में पीड़ित प्रीति जोहर के द्वारा शिकायत दी गई थी। उन्होंने अपने कुरियर के ट्रैकिंग के दौरान इंटरनेट पर मिले नंबर के जरिये संपर्क किया, जिसमें उनको कहा गया कि 5 रुपये का रिचार्ज करने पर उसको अपना कुरियर मिल जाएगा। प्रीति ने रिचार्ज किया, तो उसके बाद एक-एक कर कई ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुछ मिनटों में ही उनके खाते से कुल 5 लाख 50 हजार रुपये उड़ गए। पुलिस ने जांच शुरू की और एक साइबर ठग संजीत कुमार को गिरफ्तार किया। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर संजीत ने बिहार के सहरसा ज़िले के नीतीश का नाम बताया और कहा कि नीतीश कटिहार में रहकर ठगी को अंजाम देता है। पुलिस ने जब नीतीश के नंबर का लोकेशन ट्रैक किया, तो उसके नंबर का लोकेशन कटिहार में मिला। इस जानकारी के आधार पर हरियाणा साइबर पुलिस की टीम कटिहार पहुँची और स्थानीय पुलिस की मदद से इस गिरोह को पकड़ा लिया। गिरफ्तार हुए ऑनलाइन ठगी गिरोह का सदस्य नीतीश ने किसी भी तरह की साइबर ठगी से इंकार किया है।उनके अनुसार वे लोग गेमिंग और सट्टेबाज़ी का काम करते है, जिसके एवज में क्लाइंट से पैसा लेते हैं। उन्होंने कहा कि उन लोगों का बॉस कोई यश कुमार है जो उनसे मिलने आता रहता है। गिरफ्तार ऑन लाइन ठगी गिरोह के सदस्य पंजाब, महाराष्ट्र सहित बिहार के अन्य जिलों के रहने वाले हैं। गिरफ्तार हुए सदस्यों में सहरसा ज़िले के नीतीश, बलराम कुमार, रौशन कुमार, आशीष कुमार और चंदन कुमार तथा बांका के वीरेंद्र कुमार, छपरा के विश्वजीत कुमार, वैशाली के प्रभात कुमार और मधेपूरा के अंकित कुमार शामिल हैं। इनके अलावा पंजाब के लुधियाना की कशिश धौरी और महाराष्ट्र के पुणे के अभिषेक कुमार का भी नाम शामिल है।