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शराब बंदी पर भी जारी है बेहद पैमाने पर करोबार । बड़े माफिया और नये कारोबारी ने सम्भला है कमान , शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों मॆ बिछा है जाल…

बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जनता के कल्याण के लिये काफी सराहनीय कदम उठाये,कठिन परिस्तिथियों से गुजर कर शराब बंदी अभियान तेज किये।विश्व मॆ मानव शृंखला मिसाल कायम किया।पुलिस मुख्यालय कई कारगर नियम लागू किया।पूर्व डीजीपी श्री पीके ठाकुर काफी कुशल कारगर कदम उठाये कई बड़े-बड़े करे-करे फ़रमान जारी किये।यहा तक सबसे अधिक शराब के नशे मॆ अधिकारी/पदाधिकारी तक गिरफ्तार हुये।इसमे पुलिस के पदाधिकरी भी शामिल है।मगर शराब का करोबार थमने का नाम नहीँ ले रहा है।माफिया का जड़ काफी मजबुत है।म्येनेजीग का खेल काफी तगड़ा है थानों

से लेकर शराब माफिया का म्येनेजीग काफी ऊपर तक है,आदेश केवल निकलता है और फीर वही करोबार होता रहता है।नेटवर्क तैयार कर होटल, पान दुकान,किराना दुकान,ठंडा, पानी, कोल्डड्रिंग दुकान,मीट दुकान, तारी दुकान,लाइन होटल समेत अन्य जगह पर ठिकानों पर से ग्राहकों कॊ शराब बेचा जा रहा है,शराब को मिट्टी के अंदर,आस पास जंगल मॆ,खेत मॆ,किसी दूसरे के यहा रखा जा रहा है,होम डिलेवरी जारी है,दिन रात सफ्लाई जारी है,बड़े माफिया बड़ी चालाकी से अन्य दूसरे सामानो के जरिये शराब माँगा कर उची कीमत मॆ बेचवा रहे है।शराब कॊ पकड़ना कई भ्रष्ट पुलिस वाले नहीँ चाहते है।उन्हे गुप्त सूचना मिलता है तो वो सूचक का नाम लीक कर देते है।जिससे माफिया सूचक का शत्रु हो जाते है।माफिया को भ्रष्ट पुलिस वाले ही करोबार का तरकीब बता रहे है।शराब के करोबार मॆ बड़े बड़े कई नेता और कई पुलिस वाले भी लगे है।शराब के करोबार कॊ बिहार के सीमावर्ती इलाके मॆ निर्माण कर बिहार के जिलों

  • शराब का गोरख धँधा बंद क्यों नहीँ हो रहा है ?
  • कौन है करोबार का जिम्मेवार ?
  • कौन कौन किसके दम पर इतनी करवाई के बावजूद करोबार कर रहे है ?
  • क्या प्रशासन के करवाई का कोइ असर नहीँ है जो शराब का करोबार संचालित हो रहे है ?
  • कौन कौन है जो शराब के करोबार के संरक्षण कर्ता है ?
  • क्या शराब बंदी अभियान शफल नहीँ होगे ?
  • क्या ऊच्य अधिकारी को थानों कि पुलिस माफियाओं कॊ पनाह देकर गुमराह करती है ?
  • क्या शराब माफिया को पुलिस मदद कर रही है ?
  • आखिर क्या कारण है की कोइ बड़ा माफिया पकड़ मॆ नहीँ आया ?
  • क्यों केवल छोटी माफिया ही पकड़े जा रहे है,बड़े माफिया कॊ कौन बचा रहा है ?
  • क्या बिहार के किंगआफ बादशाह माफियाओं का मोटी रकम पुलिस के कई टेबल पर जाता है ?
  • क्या हुआ शपथ पत्र का,क्या भूल गये फर्ज और कर्तव्य जो शराब बंदी अभियान फेल हो रहा है ?
  • उत्पाद विभाग मॆ और पुलिस विभाग मॆ किये गये करवाई का नतीजा क्यों कागजों मॆ सिमटा हुआ है ?
  • क्या हुआ आर्थिक अपराध इकाई की करवाई क्या हो गये माफिया की सम्पति जप्त ?
  • उच्च अधिकारी को क्यों गुमराह कर तरकीब बदल कर बेहद पैमाने पर करोबार किया जा रहा है ?
  • क्या फिलहाल मिलावटी शराब का करोबार तेजी से शुरु है ?
  • क्या पुलिस बड़े माफियाओं और सरगना उनके आकाओं से मेल के कारण उनको नहीँ पकड़ना चाहती है ?
  • क्या थानों के पुलिस कि आमदनी शराब बंदी बाद काफी बढ़ गये है ?
  • क्या भ्रष्ट पुलिस केवल दिखावा के लिये करवाई करती है मगर संरक्षण देकर शराब बिक्री करवाती है ?
  • क्या कई थाने ऐसे है जहा माफियाओं का साम्राज्य कायम है ?
  • क्या माफियाओं के आदेश के सामने किसी अधिकारी का आदेश नहीँ चलता है ?
  • आखिर क्या वजह है की शराब का करोबार बंद होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है ?

उच्च अधिकारियो के कड़े फरमान और कड़े कारवाई के बावजूद भी निचले स्तर के मैनेजिंग के खेल से यह शराब बंदी अभियान विफल साबित हो रहा है।

के कोने कोने तक उपलब्ध कराया जा रहा है।जो पुराने माफिया या शराब के कारोबारी थे वही आज अन्य करोबार के आर मॆ अपने चेला चटिये से करोबार करवा रहे है।इसमे कई पुराने शराब के सेन्डिकेट कारोबारी और पुराने शराब माफिया शामिल है।बाहर से सफेदी और अंदर से शराब का काला धँधा जारी है।शराब माफिया किसी भी हद से गुजर के भी ये करोबार छोड़ने के पक्ष मॆ नहीँ है।फर्श पर रहने वाले आज चंद दिनो मॆ अर्श पर है।जिन्हे माफिया को पकड़ना है वही माफिया कॊ अनुसंधान कमजोर कर उनका नाम हटा कर बरामदगी मॆ अज्ञात पर केस कर बचा रही है।माफिया को पुलिस ही बचाकर शराब का करोबार करवा रही है।इलाके के चौकीदार सजग नहीँ है।लोकल होने के कारण या मैनेज के कारण या अन्य करणों से शराब के करोबार पर खामोश दिखते है।कई चौकीदार ही शराब माफिया का सेंटर होते है।अनेकों चौकीदार,थानों के मुंशी,थानों के निजी और सरकारी चालक शराब का करोबार करवा रहे है।शराब के करोबार मॆ बड़े माफिया के सेटिंग का कार्य भ्रष्ट पत्रकार भी कर रहे है।थानों

मॆ अगर कोइ ईमानदार पदाधिकरी है जो उनमे कोइ शराब पकड़ ले रहे है,तो थाने की कूछ पुलिस उस पकड़ने वाले का दुश्मन बन रहे है।अधिकाँश थानों कि पुलिस शराब माफिया का हमदर्द है।माफिया का करोबार आसानी से संचालित हो रहे है।बिहार सरकार और पूर्व डीजीपी ने शराब के करोबार कॊ जड़ से खत्म करने को लेकर आईजी का पद सृजन किया और रत्न संजय कॊ मध निषेध आईजी बनाया मगर श्री रत्न संजय का करवाई भी विफल हो रहा है।हाल मॆ मुजफ्फरपुर एसएसपी श्री विवेक कुमार पर स्पेशल बिजेलेँस के रेड के दौरान कई थानाध्यक्ष पर शराब माफिया से मिली भगत का आरोप लागा था।कई सबूत मिले मगर कोइ ठोस करवाई नहीँ हुए।माफियाओं पर ठोस करवाई नहीँ होने से माफियाओं का मनोबल बढ़ गये है।उनपर शराब बंदी का कोइ असर नहीँ है वो करोबार और बेहद पैमाने पर कर रहे है।आतुर वाहन,प्रेस लिखी वाहन,डाक पार्सल वाहन,बस,टेम्पु,ट्रेन, ट्रक,कैन्टेनर, मोटरसाइकल,मिनी बस,से शराब सफ्लाई जारी है।इसमे

युवती,महिला,कम उम्र के बच्चे का गिरोह तैयार किया गया है।झोला मॆ स्कूली बैग मॆ भी रख कर होम डिलेवरी जारी है।कही कही तो बुर्का धारण कर इस काले धंधे को किया जा रहा है।जहरीला शराब खूलेयाम तारी दुकानों मॆ मिल रहे है।तारी मॆ स्वाद के लिये कच्चा इस्प्रिट मिलया जा रहा है।हर हाल मॆ कल्याण कारी इस शराब बंदी अभियान को सफल करना आवश्यक है।शराब बंदी के बाद अपराध मॆ काफी गिरावट हुये है।कई प्रकार के पर्व त्वहार शादी विवाह मॆ विवाद फ़साद बंद हुये है।मगर अधिकाँश शादी विवाह मॆ शराब का सेवन जारी है।शराब पीने और पिलाने का दौड़ जारी है।शराब पीने और पिलाने वालो पर मुहिम तेज करना होगा।आदेश केवल टेबल पर ना रहे धरातल पर करवाई होना आवश्यक।शराब पीने वालो की

जाँच केवल कागजों मॆ नहीँ हो,वास्तव मॆ जाँच हो।उच्च अधिकारी करवाई का नतीजा जाने,करवाई का परिणाम देखे।थाने स्त्रर पर शराब माफियाओं के तमाम प्राथमिकी का तेजी से अनुसंधान हो,जो माफिया है उस पर प्राथमिकी दर्ज हो।प्रत्येक थानों के शराब माफिया की सूची तैयार हो और बोर्ड लगे।शराब माफियाओं कॊ गिरफ्तार किया जाये और स्पिडि ट्रायल से सजा दिलाया जाये।हर थाने मॆ काफी सजग ईमानदार,बहादुर थानाध्यक्ष,मुंशी, चालक चौकीदार तैनात हो।चौकीदार को ईमानदारी का संकल्प दिलाया जाये।थानाध्यक्ष कॊ लिये गये शपथ कॊ रीनेबुल करवाया जाये।प्रत्येक डीएसपी थानाध्यक्ष को पद और गोपनीयता की फर्ज और कर्तव्य कि ली गयी शपथ पुनःयाद दिलाया जाये।शराब का कारोबारी के संरक्षणकर्ता और सेंटर कॊ पकड़ा जाये।हर जगह चेकिंग का प्रबंध किया जाये।खास कर गस्ती दल को शराब कारोबारी और पीने वालो पर करवाई का निर्देश दिया जाये।आर्थिक अपराध इकाई,सीआईडी विभाग,स्पेशल ब्रांच कॊ शराब के करोबार को जड़ से खत्म करने मॆ लगाया जाये।शराब माफियाओं को बचाने वाले पुलिस कर्मी पर करवाई किया जाये।शराब के करोबार मॆ तेजी से पाँव फैलाते काफी तादाद मॆ माफिया के गिरोह के सक्रिय सदस्य कॊ देखा जा रहा है।समय रहते ही निर्णायक कदम उठाना होगा।सबसे पहले बड़े माफिया को पकड़ना होगा।

 रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर 

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