किशनगंज : कोचाधामन प्रखंड के मस्तान चौक के समीप उत्पाद विभाग की टीम ने वाहन जांच के दौरान 96ली० विदेशी शराब के साथ दो तस्कर को किया गिरफ्तार।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, उत्पाद विभाग की टीम ने 96 लीटर विदेशी शराब के साथ दो तस्कर को गिरफ्तार किया है। रविवार की देर रात कोचाधामन प्रखंड के मस्तान चौक के समीप उत्पाद विभाग की टीम ने जांच के दौरान किशनगंज की ओर से आ रही सफेद रंग के स्कार्पियो को रोक कर जांच की। जांच के दौरान डिक्की के अंदर से कार्टून में बंद विदेशी शराब बरामद की गई। शराब बरामद होते ही उत्पाद विभाग की टीम त्वरित कार्रवाई करते हुए गाड़ी सहित शराब जब्त कर चालक सहित एक अन्य तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। दोनों तस्कर को उत्पाद विभाग कार्यालय लाया गया। जांच के दौरान वाहन से 375 एमएल के बोतल में 96 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की गई। पूछताछ में तस्करों की पहचान डांगी बस्ती के करण हरिजन व बेलवा के सोनू लाल हरिजन के रूप में हुई। तस्कर बंगाल के दलकोला से किशनगंज के रास्ते शराब की खेप लेकर फारबिसगंज जा रहे थे। हालांकि इसकी सूचना पूर्व में ही उत्पाद विभाग की टीम को मिल चुकी थी और टीम के सदस्य पहले से सघन वाहन जांच अभियान चलाने में मुस्तैद थे। शराब के साथ गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने पूछताछ में किशनगंज सहित अररिया जिले के कई अन्य तस्करों का खुलासा किया है। अररिया जिले के फारबिसगंज में जो डिलीवरी लेता है उसके बारे में भी उत्पाद विभाग की टीम को जानकारी मिली है। ऐसे तस्करों तक पहुंचने में टीम के सदस्य गिरफ्तार तस्करों के मोबाइल नंबर को भी खंगाल रही है, ताकि शराब तस्करी के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों पर शिकंजा कसा जा सके। दोनों तस्करों के खिलाफ उत्पाद अधिनियम के सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में सोमवार को जेल भेज दिया गया। होली के दौरान शराब की अधिक मांग को देखते हुए तस्कर अभी से ही तैयारी में जुट गए हैं। तस्कर शराब की खेप मंगाकर स्टाक कर रहे हैं, ताकि होली के नजदीक आते ही पुलिस प्रशासन की सख्ती बढ़ने से पहले स्टाक जमा कर ले। प्राप्त जानकारी के मुताबिक होली के मद्देनजर अभी से ही शराब तस्करी बढ़ गई है। तस्कर बंगाल से किशनगंज के रास्ते बिहार के अन्य जिलों तक शराब की खेप पहुंचा रहे हैैं। ऐसे तस्करों के लिए बंगाल और पूर्णिया का दालकोला चेकपोस्ट पर सख्ती बढ़ने के कारण किशनगंज के रास्ते का अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। शराब की खेप अक्सर जिले के बीचो-बीच किसी सड़क पर पकड़ा जा रहा है। ऐसे में बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र पर बनाए गए चेकपोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मी और उत्पाद विभाग के कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। आखिर चेकपोस्ट पर तैनात कर्मी अपने काम के प्रति कितनी लापरवाह रहते हैं कि शराब की खेप आसानी से बंगाल से लेकर किशनगंज में तस्कर प्रवेश कर जाते हैैं और सूचना पर जिला के अंदर कार्रवाई के दौरान पकड़ी जाती है।