किशनगंज ठाकुरगंज-प्राथमिक विद्यालय खरसेल में नहीं है अनुशासन, बिना ड्रेस के नजर आए छात्र छात्राएं…

फरीद अहमद-विद्यालय में अनुशासन ही शिक्षा की पहली करी है । विद्यालय में अनुशासन बहुत अहम करी है जो विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को अच्छे मकाम तक पहुंचाता है। लेकिन किशनगंज जिला के बहादुरगंज प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय खरसेल में अनुशासन के साथ – साथ विद्यालय ,विद्यालय जैसा लगता ही नहीं है। यह जानकर आप हैरान हो जाएंगे कि स्कूल में पढ़ने के लिए आए बच्चे तकरीबन दिन के 11:00 बजे खेलते हुए नजर आए और मौके पर सिर्फ एक शिक्षिका थी। विद्यालय में मात्र दो – चार छात्र-छात्राएं उपस्थित थे वह भी गंदे क्लास रूम के फर्श पर बिना कुछ बिछाए कुछ बच्चे बैठे हुए तो कुछ बच्चे खेलते हुए नजर आए। छात्र-छात्राएं बिना स्कूल यूनिफॉर्म के ही विद्यालय में नजर आए। मौके पर मौजूद शिक्षिका से जब पूछा गया कि प्रधानाध्यापक कहां है तो उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापक बीआरसी गई है। मात्र दो – चार बच्चों को देखकर छात्र-छात्राओं के नामांकन को लेकर जब पूछा गया कि आखिर स्कूल में कितने छात्र – छात्राओं का नामांकन है तो शिक्षिका ने बताया कि यह प्रधानाध्यापक ही बता पाएंगे। प्रधानाध्यापक का नंबर मांगने पर शिक्षिका ने नंबर देने से इंकार कर दिया और कहा कि वह अभी बिजी है। लेकिन उन्होंने फोन लगाकर खुद बात किया जिसके बाद मौके पर मौजूद शिक्षिका ने नंबर देने से भी इनकार कर दिया। मौके पर मौजूद शिक्षिका ने जब पत्रकार को देखा तो बच्चों को छड़ी से मारते हुए क्लासरूम में बैठने का इशारा करती रही। स्कूल के चारों तरफ छोटे-छोटे जंगल ही जंगल नजर आ रहे है जिसकी साफ-सफाई भी नहीं की जाती है। आखिर शिक्षा के मंदिर में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और बिना अनुशासन के एक विद्यालय चल रहा है यह भी अपने आप में बड़ा सवाल है?