ठाकुरगंज : मनरेगा कार्य में मजदूर के खाते से निकलवाया जाता है पैसा, फिर होता है बंदरबांट : बिजली सिंह, भाजपा नेता

जॉब कार्ड से संबंधित जानकारी नहीं देना चाह रहे हैं रोजगार सेवक..
किशनगंज, 20 मई (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह/फरीद अहमद, जिला के दिघलबैंक प्रखंड अंतर्गत आठगछिया पंचायत में मनरेगा योजना के तहत कार्य होने के बाद भी अब तक सूचना पट नहीं लगा है। सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार मनरेगा का कार्य किया गया है और मनरेगा योजना के तहत ही सड़क में मिट्टी पटाई का कार्य भी हुआ है लेकिन अभी तक महीनों गुजर जाने के बाद भी सूचना पट नहीं लगाया गया है। मनरेगा के तहत बनाए गए सड़क की हालत भी बद से बदतर है। शुरुआती हल्की सी बारिश में ही सड़क कट कर बहने लगी है। इस संबंध में जानकारी के लिए संबंधित रोजगार सेवक शशि जी से दूरभाष के माध्यम से संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया जिसके कारण उनका मंतव्य नहीं रखा गया है। गौर करे कि लगातार पिछले कई दिनों से जॉब कार्ड से संबंधित जानकारी भी रोजगार सेवक शशि जी से मांगने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन वे टालमटोल कर रहे हैं और जॉब कार्ड से संबंधित जानकारी नहीं दे रहे हैं। जिले में मनरेगा कार्य के स्थिति और मनरेगा कार्य में हो रहे लापरवाही की जानकारी देते हुए भारतीय जनता पार्टी के किशनगंज जिला महामंत्री बिजली सिंह ने शनिवार को बताया कि केंद्र सरकार ने बिचौलियों को खत्म करने के लिए मजदूरों का जनधन खाता खुलवा कर मनरेगा का रुपया सीधे मजदूरों के खाते में भेजा जा रहा है लेकिन विभाग की, पंचायत सरकार की, पंचायत के लोगों द्वारा चुने गए वार्ड सदस्य से लेकर मुखिया व जनप्रतिनिधियों के मिलीभगत से बिचौलियों के द्वारा डरा धमका कर मजदूरों के अंगूठे लगवा कर खाता से पैसा निकलवा लेते हैं और ले लेते हैं। आगे उन्होंने कहा कि मनरेगा के अफसर कभी नहीं फसेंगे। क्योंकि मनरेगा कार्य के बाद मजदूरों का पैसा सीधे खाते में जाता है। इन सब चीजों को रोकने के लिए बीजेपी नेता बिजली सिंह ने प्रशासन से निगरानी करवा कर मनरेगा कार्य करवाएं जाने की मांग की है।