ठाकुरगंज : नल जल योजना के जल में निकला पक्षियों का पंख, पानी पीने के बाद परिवार वाले जता रहे हैं बीमार होने की आशंका..
किशनगंज-ठाकुरगंज/फरीद अहमद, नल जल योजना के कार्य में संवेदक द्वारा लापरवाही करने का मामला प्रकाश में आया है। किशनगंज जिला के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत नगर पंचायत पौआखाली के वार्ड नंबर 7 में नल जल योजना के लाभुक के टोटी से पक्षियों का पंख मिलने से परिवार वालों में हड़कंप मचा हुआ है। बताते चलें कि वार्ड नंबर-07 निवासी तपन कुमार सिन्हा ने बताया कि जब वह पीने के लिए नल जल योजना के तहत सप्लाई किए गए पानी को डब्बे और बाल्टी में भर रहे थे तब पानी से पक्षियों का पंख निकला जिसे देखकर तपन कुमार सिन्हा हक्के बक्के और परेशान हो गए क्योंकि इससे पहले भी उन्होंने पानी भरकर डब्बे में रखा था और उसी पानी को पिया भी था, पानी से पक्षियों के पंख निकलने के तुरंत बाद ही तपन कुमार सिन्हा ने पत्रकार को सूचना दी और कहा कि इस तरह से नल जल योजना अंतर्गत नल जल के टोटी से पक्षियों का पंख निकल रहा है जोकि बीमार होने की आशंका है वही पत्रकार ने तपन कुमार सिन्हा के बात पर पानी टंकी के पास पहुंचे तो पता चला कि संवेदक द्वारा लगाए गए पानी टंकी के टंकी के ऊपर कवर ढक्कन लगाया ही नहीं गया है। संवेदक की बड़ी लापरवाही सामने आई है जिस तरह से पानी टंकी का ढक्कन खुला हुआ है उसमें कोई जहरीली जीव भी पानी में जा सकती है और जिसका पानी पीने के बाद ग्रामीणों को बीमारी या फिर ग्रामीणों की जान भी जा सकती है, अगर यह भी कहा जाए कि संवेदक ग्रामीणों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं तो यह कहना भी गलत नहीं होगा, पानी में पक्षियों का पंख निकलने के बाद से ही अब तपन कुमार सिन्हा और उनके परिवार वाले घबराए हुए हैं कि कहीं वह किसी बड़ी बीमारी का शिकार ना हो जाए। आपको मालूम हो कि नल जल योजना जिले में टॉय टॉय फीस है। नल जल योजना पर सवाल उठाते हुए किशनगंज वार्ड 23 के पूर्व वार्ड पार्षद प्रतिनिधि सह आरटीआई कार्यकर्ता आबिद हुसैन ने जिलाधिकारी से जांच की मांग किया है। आबिद ने कहा की नल–जल योजना की स्थिति जिले में अच्छी नहीं है। योजना के माध्यम से संवेदक सहित विभागीय सरकारी कर्मी पदाधिकारियों ने जमकर लुट खसौट किया है। इसकी उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए, पर सवाल उठता है जांच करेगा कौन ? और जांच होता भी है तो नकामी छुपाने के लिए कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो पाता है। यह तो दावे के साथ कहा जा सकता है जिले में नल जल योजनाओं की स्थिति अच्छी नहीं है, आबिद ने कहा की लोगो के घर के आगे तो नल लगा दिया गया है, मगर एक बुंद जल का नसीब नहीं है। जहाँ जल है वहाँ पक्षियों के पंख निकलते है, जिले के अन्य वार्ड/पंचायत में भी वही स्थिति है। जिला प्रशासन को सिर्फ कागजी घोड़ा दौड़ाने से काम नहीं चलेगा, जमीन पर भी उतरकर सच्चाई को जानना चाहिए। करोड़ों रुपये का न्यारा-व्यारा करने वाला यह योजना सरजमीन पर टॉय टॉय फिस साबित हो रहा है।