दरभंगा जिले के जाले थाना क्षेत्र अंतर्गत दोघरा गांव की तरन्नुम परवीन की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है।

अविनास कुमार/ 21 जून को बकरी के पत्ते लाने निकली मासूम बेटी का शव अगली सुबह पोखर से बरामद हुआ। परिजनों ने साफ आरोप लगाया है कि गांव के हरिओम महतो और अमर महतो समेत कुछ अन्य लोगों ने पहले दुष्कर्म किया, फिर गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी, और शव पोखर में फेंक दिया। लेकिन प्रशासन पहले इसे डूबने की घटना, फिर आत्महत्या बताकर एफआईआर लेने से भी बचता रहा। हमने परिजनों से मुलाकात की और घटना की विस्तृत जानकारी ली। तत्काल 20 हजार आर्थिक मदद किया।
एक तरफ बेटी के परिजन इंसाफ के लिए रो-रो कर गुहार लगा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पुलिस की अनदेखी और लापरवाही गंभीर सवाल खड़े करती है। क्या किसी गरीब की बेटी के लिए न्याय की उम्मीद करना गुनाह है? क्या हमारे सिस्टम में बेटियों की इज्जत और जान की कोई कीमत नहीं? हम मांग करते हैं कि इस मामले की न्यायिक जांच हो, दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए, और तरन्नुम को इंसाफ मिले। अब अगर हम भी चुप रहे, तो अगली बारी किसी और की बेटी की हो सकती है।