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आयुक्त द्वारा छठ महापर्व की तैयारी की समीक्षा की गई..

घाटों की भौगोलिक स्थिति एवं गंगा नदी के जल-स्तर में परिवर्तन को देखते हुए रणनीति के अनुसार सभी व्यवस्था करने का आयुक्त ने दिया निदेश

श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध, सभी सेक्टर के वरीय नोडल पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में नियमित तौर पर कैम्प करें: आयुक्त ने दिया निदेश

छठ पर्व का आयोजन पूरी तरह दुर्घटनामुक्त एवं सुविधायुक्त होना चाहिए: आयुक्त

सभी सेक्टर पदाधिकारी पैदल चलकर घाटों का निरीक्षण करें, घाटों पर जाने का सम्पर्क पथ पूर्णतः अवरोधमुक्त होना चाहिए; अंडरपास एवं एप्रोच पथ से आवश्यकतानुसार पानी निकालने की व्यवस्था करें: आयुक्त

विधि-व्यवस्था संधारण सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता; सुविकसित कॉम्युनिकेशन प्लान के साथ सभी पदाधिकारी मुस्तैद रहेंः आयुक्त

उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात-प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग एवं तत्पर रहेंः आयुक्त

टीम भावना एवं अन्तर्विभागीय समन्वय की आवश्यकता पर आयुक्त ने दिया बल

त्रिलोकी नाथ प्रसाद – आयुक्त, पटना प्रमंडल, पटना श्री कुमार रवि ने कहा है कि छठ महापर्व, 2022 का आयोजन पूर्णतः दुर्घटनामुक्त एवं श्रद्धालुओं तथा छठव्रतियों के लिए सुविधायुक्त होना चाहिए। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात-प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग, सक्रिय एवं तत्पर रहें। वे आज इस पर्व के आयोजन हेतु आयुक्त कार्यालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित एक बैठक में पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि छठ पर्व लोक आस्था का महापर्व है। इस वर्ष घाटों की भौगोलिक स्थिति एवं गंगा नदी में जल-स्तर में परिवर्तन को देखते हुए रणनीति के अनुसार तेजी से कार्य करने की आवश्यकता है। सभी सेक्टर पदाधिकारी पैदल चलकर घाटों का निरीक्षण करें। जल संसाधन विभाग से प्राप्त नदी के जल स्तर के प्रतिवेदन के आधार पर जिला प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम आपस में समन्वय करते हुए कार्य योजना के अनुसार ससमय तैयारी पूर्ण करेगी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र प्रतिबद्ध है।

आयुक्त ने कहा कि इस अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी सेक्टर के वरीय नोडल पदाधिकारी छठ घाटों पर लगातार कैम्प करें। पूजा समितियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करें तथा उन्नत एवं सुविकसित कॉम्युनिकेशन प्लान के साथ सभी पदाधिकारी मुस्तैद रहें।

बैठक में आयुक्त श्री रवि ने सभी 21 सेक्टर के 105 घाटों की एक-एक कर समीक्षा की एवं सेक्टर पदाधिकारियों से अद्यतन स्थिति का जायजा लिया। घाटों/तालाबों की सफाई की व्यवस्था, घाटों तक पहुँचने हेतु पहुँच पथ का सुदृढ़ीकरण, सफाई एवं पार्किंग की व्यवस्था, खतरनाक घाटों को चिन्हित कर सुरक्षा हेतु उसकी बाँस से घेराबंदी, घाटों पर विद्युत एवं प्रकाश की व्यवस्था, महिला छठ प्रतियों के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था, पेयजल/शौचालय की व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन, पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, विधि-व्यवस्था संधारण, जेपी गंगा पथ पर आवश्यक व्यवस्था, फ्लेक्स/बैनर, अग्निशमन एवं अन्य बिन्दुओं पर एक-एक कर विस्तृृत समीक्षा की गई।

जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आयुक्त श्री रवि के संज्ञान में छठ पूजा की तैयारियों एवं प्रबंध को लाया गया। उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों के 21 टीम द्वारा छठ महापर्व, 2022 के अवसर पर सम्यक तैयारी हेतु शहर के घाटों का निरीक्षण, खतरनाक घाटों की पहचान एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने हेतु तेजी से कार्रवाई की जा रही है। सभी टीम में सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी के साथ नगर निकायों के सफाई निरीक्षकों, पर्यवेक्षकीय पदाधिकारियों, अनुश्रवण पदाधिकारियों, नगर अंचलो के कार्यपालक पदाधिकारियों तथा कार्यपालक अभियंताओं को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि आज दिनांक 17 अक्टूबर को पूर्वा0 06.00 बजे गंगा नदी का दीघा घाट में जल-स्तर 50.13 मीटर(स्थिर) तथा गाँधी घाट में जल-स्तर 48.96 मीटर(बढोतरी) था। पूर्व0 10.00 बजे गांधी घाट में जल स्तर 48.95 मीटर था। गाँधी घाट में जल स्तर 01 सेंटीमीटर प्रतिघंटा के दर से घट रहा है।

अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग द्वारा बताया गया कि अनुमान के अनुसार दिनांक 19 अक्टूबर, 2022 को 10.00 बजे पूर्वाह्न से गंगा का जल-स्तर खतरे के निशान से नीचे आना शुरू हो जाएगा।

अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग द्वारा यह भी बताया गया कि इस वर्ष छठ के दिन दिनांक 30 अक्टूबर, 2022 को गंगा का अनुमानित जल-स्तर 46.0 मीटर रहने की संभावना है जबकि पिछले वर्ष दिनांक 30 अक्टूबर, 2021 को यह 46.68 मीटर तथा छठ के दिन दिनांक 10 नवम्बर, 2021 को 45.45 मीटर था। गंगा नदी में आज दिनांक 17.10.2022 को संध्या 06.00 बजे दीघा घाट में जल-स्तर 50.12 मीटर तथा गाँधी घाट में जल-स्तर 48.94 मीटर थी। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि यह एक अच्छी स्थिति है। अभी लगभग 10 दिन का समय है। सारी तैयारी ससमय सुनिश्चित की जाएगी।

विदित हो कि इस वर्ष छठ पर्व दिनांक 30-31 अक्टूबर, 2022 को मनाया जाएगा। दिनांक 28 अक्टूबर, 2022 को नहाय-खाय से पर्व का अनुष्ठान होगा। दिनांक 29 अक्टूबर, 2022 को खरना, दिनांक 30 अक्टूबर, 2022 को संध्या अर्घ्य एवं दिनांक 31 अक्टूबर, 2022 को प्रातः अर्घ्य का आयोजन होगा।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि अंडरपास एवं एप्रोचपथ से पानी निकालने के लिए मोटर लगाया जाए। आसन्न स्थिति के मद्देनजर वैकल्पिक व्यवस्था पर भी समुचित ध्यान दिया जाए।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि सभी पदाधिकारियों को टीम भावना से काम करना होगा। नगर निकाय, जल संसाधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, प्रशासन, विद्युत, भवन निर्माण विभाग, पीएचईडी, पथ निर्माण, पुल निर्माण, अग्निशमन सहित सभी विभागों के पदाधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए तत्परता एवं उत्कृष्टतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा।

आयक्त श्री रवि ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए सभी भागीदार(स्टेकहोल्डर्स) आपस में समन्वय कर सभी कार्य करें। सभी सेक्टर पदाधिकारी निरंतर भ्रमणशील रहें। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारियों की इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका है। पूजा समिति के सदस्यों एवं स्थानीय व्यक्तियों के साथ लगातार सम्पर्क स्थापित रखें एवं फीडबैक लें।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधाओं के लिए घाटों पर सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहेगी। पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल की सुविधा, पर्याप्त संख्या में चेंजिंग रूम, छठव्रतियों के ठहरने हेतु यात्री शेड, घाटों के बाहर वाहन पार्किंग की सुविधा रहेगी। घाटों की बैरिकेडिंग की जाएगी। घाटों पर जाने के लिए सम्पर्क पथ की अच्छी स्थिति सुनिश्चित की जाएगी। वाच टावर, नियंत्रण कक्ष, ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया जा रहा है।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि घाटों पर सफाई की उतम सुविधा रहेगी। उत्कृष्ट प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग/ड्रॉप गेट की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने विद्युत कार्यपालक अभियंताओं को घाटों के आस-पास एवं सम्पर्क पथ में अवस्थित विद्युत तारों को व्यवस्थित करने का निदेश दिया।

आयुक्त ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को घाटों पर नियंत्रण कक्ष, वाच टावर, चेंजिंग रूम एवं यात्री शेड की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को शौचालय, चापाकल एवं यूरिनल की व्यवस्था करने का निदेश दिया गया।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि पटना स्मार्ट सिटी लि. द्वारा गंगा घाटों पर सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाएगा। इससे भीड़ पर निगरानी रखी जाएगी तथा अचूक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न स्थानों पर साईनेज लगा रहेगा। नगर निकायों एवं विद्युत विभाग द्वारा घाटों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की जाएगी। सिविल सर्जन द्वारा पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस, पारा मेडिकल स्टाफ तथा चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। आपदा प्रबंधन कोषांग द्वारा एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। रिवर एम्बुलेंस भी तैनात रहेगा। यातायात पुलिस अधीक्षक द्वारा समाचार पत्रों में यातायात प्रबंधन से संबंधित सूचना प्रकाशित की जाएगी। आयुक्त श्री रवि ने जेपी गंगा पथ एवं अशोक राजपथ पर सुचारू यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने का निदेश दिया।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि संध्या अर्घ्य का दिन अत्यंत संवेदनशील होता है। बहुत कम समय में काफी ज्यादा संख्या में लोग घाट से बाहर आते हैं। अतः भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि इस अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। सिविल डिफेंस के कर्मी भी समुचित ड्रेस में मुस्तैद रहें। अफवाहों को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करें।

आयुक्त श्री रवि ने कहा कि श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए सभी पदाधिकारी सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध है।।

इस बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम, उप विकास आयुक्त, पुलिस अधीक्षक यातायात, अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सदर, दानापुर एवं पटना सिटी, सभी सेक्टर के सेक्टर पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी, अधीक्षण अभियंता जल संसाधन विभाग, महाप्रबंधक पेसू, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी एवं अन्य भी उपस्थित थे।

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