किशनगंज : चकला पंचायत की महिलाएं बन रहीं आत्मनिर्भरता की मिसाल, महिला संवाद कार्यक्रम में साझा किया अनुभव

किशनगंज,03जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है महिला संवाद कार्यक्रम, जिसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं अब न सिर्फ अपनी आकांक्षाएं और सुझाव साझा कर रही हैं, बल्कि आत्मनिर्भरता की ओर अपने सफर की प्रेरणादायक कहानियां भी सामने ला रही हैं।
चकला पंचायत की चंदा देवी ने बताया कि वे वर्ष 2016 में मौसमी जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी थीं। कपड़ा सिलाई में रुचि रखने वाली चंदा देवी के पास व्यवसाय शुरू करने के लिए पूंजी नहीं थी। लेकिन समूह से ऋण लेकर उन्होंने सिलाई मशीन खरीदी, थोक में कपड़े लाकर सिलाई का काम शुरू किया। अब वह दूसरों के कपड़े सिलने के साथ-साथ रेडीमेड कपड़े भी तैयार कर बेचती हैं। कमाई से उन्होंने अपने पति को भाड़े पर चलाने के लिए गाड़ी भी खरीद कर दी, जिससे अब घर में दोहरी आमदनी हो रही है।
चंदा देवी ने बताया, “स्वयं सहायता समूह ने मुझे आत्मनिर्भर बनाया है। अब मैं परिवार की जिम्मेदारी निभा पा रही हूं और अपने पति को व्यवसाय शुरू करने में मदद की हूं।”
इसी तरह, चकला पंचायत की खुशबू देवी ने बताया कि वे कोयल जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं। समूह से ऋण लेकर उन्होंने ब्यूटी पार्लर शुरू किया, जिससे उन्हें हर महीने अच्छी आमदनी हो रही है। उन्होंने कहा, “कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि खुद का व्यवसाय होगा। आज अपने पैरों पर खड़ी हूं और तरक्की की राह पर आगे बढ़ रही हूं।”
महिला संवाद कार्यक्रम के तहत जिले के सभी सात प्रखंडों में लक्षित ग्राम संगठनों में निर्धारित समय पर महिलाएं इकट्ठा होकर अपनी आकांक्षाएं, सुझाव और समस्याएं साझा कर रही हैं। इन विचारों और जरूरतों को एक मोबाइल एप में दर्ज कर संबंधित विभागों और जिला प्रशासन को भेजा जा रहा है ताकि उस दिशा में प्रभावी कार्य किया जा सके।
कार्यक्रम में महिलाओं को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देने के लिए लीफलेट का वितरण किया जा रहा है और उन्हें पढ़कर भी सुनाया जा रहा है। साथ ही, जागरूकता वाहन में लगी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से योजनाओं से संबंधित वीडियो भी दिखाए जा रहे हैं, जिससे महिलाएं पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें।