नवेंदु मिश्र
नई दिल्ली(एजेंसी): भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर एक बार फिर चौंकाने वाला परिणाम देने की तैयारी में दिख रही है। ऐसे में यदि संघ की चलती है तो वसुंधरा राजे सिंधिया बीजेपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगी। वैसे पार्टी आलाकमान वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान के नामों को आगे कर विचार करने में लगे हुए हैं। वहीं संघ अब चाह रहा है कि मोदी और शाह पर लगाम कसी जाए और पार्टी के सभी लोग जिस नाम पर मोहर लगाएं उसे ही पार्टी अध्यक्ष बनाया जाए। इसे लेकर पार्टी और संघ में तनातनी की स्थिति बनी हुई है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। यहां पार्टी के शीर्ष सूत्रों की मानें तो पार्टी आलाकमान राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने पर गंभीरता के साथ विचार कर रहे हैं। वहीं पार्टी नेतृत्व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना चाह रहा है। इससे हटकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से पहले ही संजय जोशी का नाम अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित किया जा चुका था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह उनके नाम पर सहमत होते नहीं दिखे हैं। मोदी और शाह की पहली पसंद शिवराज सिंह चौहान बन गए हैं, संघ की पसंद वसुंधरा राजे का नाम है। ऐसे में संघ नहीं चाहता कि अध्यक्ष पद को लेकर किसी तरह खींचतान हो या फिर विवाद उत्पन्न हो, इसलिए संघ ने इशारा कर दिया है कि पार्टी के सभी लोग जिसे चाहें उसे ही पार्टी अध्यक्ष बनाया जाएगा। लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी के प्रदर्शन को देखते हुए माना जा रहा है कि भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष अब संघ की पसंद का ही होगा। इससे पार्टी में संघ का वर्चस्व बनाने में मदद मिलेगी। भाजपा के कार्यकताओं एवं पदाधिकारियों में वर्तमान नेतृत्व के खिलाफ जो नाराजगी है, संघ उस नाराजगी को दूर करके पार्टी को एकजुट बनाने की दिशा में काम कर रही है। संघ के फामूर्ले पर यदि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव होता है तो संजय जोशी या वसंधरा राजे ही अगले अध्यक्ष हो सकते हैं, यदि मौजूदा पार्टी नेतृत्व की चली तो शिवराज सिंह के नाम पर सहमति बनेगी, जो आगे भी तनातनी का कारण बन सकता है।