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ज़िलाधिकारी, पटना डॉ चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज फुलवारीशरीफ अंचल का निरीक्षण किया गया।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:- जनहित के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का डीएम ने दिया निदेश समाहर्ता-सह-जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज अंचल कार्यालय, फुलवारीशरीफ का निरीक्षण किया गया। उन्होंने कार्यालय प्रबंधन, पंजियों का संधारण, अनुक्रमणिका पंजी, रोकड़ बही, अतिक्रमणवाद, दाखिल खारिज, परिमार्जन, भूमि विवाद निराकरण हेतु साप्ताहिक बैठक का आयोजन सहित विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा की।

जिलाधिकारी द्वारा ई-म्यूटेशन अंतर्गत प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा की गई। कुल प्राप्त 82,100 आवेदनों में से वर्तमान समय तक 77,126 मामलों को निष्पादित किया गया है जो कुल प्राप्त आवेदनों का 94 प्रतिशत है। डीएम डॉ. सिंह ने अंचलाधिकारी को शेष आवेदनों को भी शीघ्र निष्पादित करने का निदेश दिया। उन्होंने दाखिल-खारिज के पुराने मामलों को एक सप्ताह के अंदर निष्पादित कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निदेश दिया।

परिमार्जन के तहत 22,313 आवेदन प्राप्त हुआ जिसमें 21,228 आवेदन को निष्पादित कर दिया गया है। यह प्राप्त आवेदनों का 95.14 प्रतिशत है। डीएम डॉ. सिंह ने शेष आवेदनों को भी शीघ्र निष्पादित करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने समीक्षा में पाया कि अंचल में अतिक्रमणवाद अभिलेखों के संधारण तथा निष्पादन में शिथिलता बरती जा रही है। उन्होंने अंचलाधिकारी से स्पष्टीकरण करते हुए अतिक्रमणवाद मामलों में विशेष रूचि लेकर त्वरित निष्पादन करने एवं कार्यालय प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने निरीक्षण में पाया कि अंचल के प्रभारी प्रधान लिपिक श्री जितेन्द्र कुमार दिनांक 11.09.2022 से कार्यालय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित हैं। कार्यपालक सहायक श्री सुजीत कुमार 26 जुलाई, 2022 से लगातार गायब हैं। जिलाधिकारी द्वारा प्रभारी प्रधान लिपिक श्री जितेन्द्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। साथ ही उन्होंने अनुपस्थित कार्यपालक सहायक का संविदा समाप्त करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि जनहित के मामलों में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

विदित हो कि डीएम डॉ. सिंह द्वारा इससे पूर्व दिनांक 21.07.2022 को फुलवारीशरीफ अंचल का निरीक्षण किया गया था। उनके द्वारा नियमित तौर पर जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड-स्तरीय कार्यालयों का निरीक्षण तथा कार्यों का अनुश्रवण किया जाता है। विगत लगभग दो महीना में उन्होंने चार अनुमंडलों तथा तीन महीना के अंदर चार में से तीन कोषागारों का निरीक्षण किया है। साथ ही उनके द्वारा कई कार्यालयों, प्रखंडों तथा पंचायतों का भी निरीक्षण किया गया है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार के विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें।

डीपीआरओ, पटना

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