सरकार के निदेश के आलोक में आज अधिकारियों द्वारा पटना जिले के विभिन्न प्रखंडों में *राजकीय माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों* की जाँच की गई।…

त्रिलोकी नाथ प्रसाद-जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा 23 प्रखंडों के कुल 112 राजकीय माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के निरीक्षण के लिए जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया था। प्रत्येक अधिकारी को एक-एक विद्यालय आवंटित किया गया था।
जांच अधिकारियों द्वारा विद्यालयों का *स्थलीय भ्रमण कर* निरीक्षण किया गया।
पदाधिकारियों द्वारा स्थलीय भ्रमण के दरम्यान विद्यालय परिसर की साफ-सफाई एवं रख-रखाव, शौचालय की उपलब्धता, पेयजल की उपलब्धता, बिजली की उपलब्धता, चेतना सत्र-समय, उपस्थित छात्र/छात्राओं की संख्या, उपस्थित शिक्षक/शिक्षिकाओं की संख्या, प्रधानाध्यापक उपस्थित थे या नहीं, शिक्षकों का स्वीकृत बल एवं कार्यरत बल, शिक्षकों की उपस्थिति एवं विद्यालय आगमन का समय, विद्यालय में छात्रों का नामांकन, कुल उपस्थिति, कक्षा संचालन हेतु समय सारणी की उपलब्धता, समय सारणी के अनुसार कक्षाओं का संचालन, पाठ टीका के अनुसार शिक्षकों द्वारा कक्षा का संचालन, छात्र अनुपात मे बेंच-डेस्क की उपलब्धता, प्रयोगशाला की स्थिति-पर्याप्त सामग्री की उपलब्धता, विज्ञान प्रयोगशाला का उपयोग, पुस्तकालय की स्थिति-पुस्तकों, समाचार पत्रों एवं पत्रिका की उपलब्धता तथा विद्यार्थियों द्वारा प्रयोग, खेल-कूद सामग्री की उपलब्धता एवं उपयोग, शारीरिक शिक्षक की उपलब्धता, उन्नयन स्मार्ट क्लास की उपलब्धता, स्थिति, नोडल शिक्षक एवं सामग्रियों की व्यवस्था, विद्यालय प्रबंध समिति का गठन एवं बैठक का आयोजन, विद्यालय छात्रकोष/विकास कोष मे उपलब्ध राशि की स्थिति, विद्यालय वार्षिक अनुदान/समग्र अनुदान की राशि का विवरण इत्यादि की जाँच की गई।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि निरीक्षी पदाधिकारियों के प्रतिवेदन के आधार पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था को *सुदृढ़ एवं संवेदनशील* बनाने के लिए समय-समय पर योजनाओं की जाँच की जाती है। सरकार के *विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन* प्रशासन की *सर्वोच्च प्राथमिकता* है।