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पटना : 7 जुन को राजद मनाएगा “गरीब- मजदूर अधिकार दिवस”:-डॉ० सुरेश पासवान

पटना/रणजीत कुमार सिन्हा, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ० सुरेश पासवान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण से पुरा देश खासकर गरीब मजदूर भयंकर चपेट में आ गए हैं।भारत सरकार एवं खासकर डबल इंजन वाली बिहार सरकार कोरोना महामारी से निपटने में बुरी तरह विफल साबित हो चुकी है।डबल इंजन की सरकार गरीबों मजदूरों को राहत पहुंचाने के बदले डिजिटल चुनाव प्रचार में लग गई है।लगता है संकट के इस दौर में डिजिटल चुनावी रैली को ही ऐ अपना राजधर्म समझते हैं। गरीब मजदूर मर रहे हैं इससे इनको कोई मतलब नहीं है।इसलिए राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा 7 जुन को भाजपा के डिजीटल वर्चुअल रैली के बिरोध में गरीब मजदूर अधिकार दिवस के रुप में मनाया जाएगा तथा 11 बजे दिन में अपने अपने घरो पर अपने समर्थकों के साथ थाली कटोरा बजाकर यह संदेश दिया जाएगा की गरीबों मजदूरों के मौत पर भाजपा जश्न मना रही हैं।और भाजपा जदयू के द्वारा इस संक्रमण काल में भी सेवा के बदले सिर्फ और सिर्फ राजनीति और चुनावी लाभ के लिए चुनाव प्रचार को ही प्राथमिकता दिया जा रहा है।लगभग तीन महीने से लॉक डाउन के वजह से सम्पूर्ण देश का आवागमन बंद होने से आर्थिक हालात बद से बद्तर हो गई है।देश भर में हाहाकार मचा हुआ है।उद्योग धंधे, कल कारखाने बंद हो गए हैं।गरीब, मजदूर, किसान, कामगार सभी लोगों के सामने खाने पीने की समस्या उत्पन्न हो गई है।बीस लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज हवा हवाई साबित हो रहा है।लोगों के हाथों में पैसे नहीं है, इसलिए अति आवश्यक वस्तुओं को भी खरीदने की क्रय शक्ति नहीं बची है।ऐसे वक्त में वर्चुअल रैली के जगह पर एक्चुअल में जरुरत मंद लोगो को राहत पहुंचाने का काम किया जाना चाहिए था लेकिन भाजपा है कि सत्ता और कुर्सी के लिए कभी भी और कुछ भी करेगा।डॉ० पासवान ने कहा है कि बिहार में इस वर्ष विधान सभा का चुनाव होने वाला है इसलिए सत्ता खिसकने के डर से अभी से ही वर्चुअल रैली के माध्यम से केवल सियासत करने का प्रपंच किया जा रहा है।लेकिन बिहार की महान जनता जनार्दन इस बार डबल इंजन वाली बिहार सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस चुकी है, इनके झांसे में नहीं आने वाली है।क्योंकि विगत पंद्रह वर्षों से केवल और केवल शब्जबाग दिखाया जा रहा है, झुठ की राजनीति फल फुल रहा है, अपराध चरम सीमा पर है, अफसरशाही हावी है, अनकंट्रोल भ्रष्टाचार क़ायम हो चुका है। मजदूरों, श्रमिकों का पलायन साबित कर दिया कि विगत पंद्रह वर्षों में बिहार में एक भी कल-कारखाने नहीं लगे।बल्कि पहले से चल रहे कल कारखाने भी बंद हो गए।इसलिए वर्ष 2020 नीतीश-मोदी को जनता करेगी फिनीश।बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है।पुरे बिहार में भय, भुख, अफसरशाही, और भ्रष्टाचार से मचा हुआ हाहाकार है।और चारों तरफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव का हो रहा है जयकार।

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