चरमराई कोडरमा की स्वास्थ्य व्यवस्था आखिर कौन है इसका जिम्मेदार ? कर्मचारी या रघुवर सरकार !!
कोडरमा/अभिजीत दीप झारखंड राज्य एनएचएम अनुबंध कर्मचारी संघ जिला इकाई कोडरमा के द्वारा दिनांक 24/07/2019 से 25/07/2019 तक दो दिन के लिए अनुबंध कर्मचारी संघ द्वारा राज्यव्यापी हड़ताल को समर्थन देते हुए विभिन्न मांगों के लिए कोडरमा जिले में कार्यरत जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधन इकाई मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम आईडीएसपी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम ए.आर.टी. सेंटर आई.सी.टी.सी में कार्यरत सभी कर्मी दो दिवसीय हड़ताल के दौरान मांगे नहीं माने जाने पर पुनः 26/07/2019 से 27/07/2019 तक हड़ताल पर बने रहने का संकल्प लिया।उक्त हड़ताल को झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के कोडरमा जिला इकाई के कर्मियों के द्वारा समर्थन भी दिया गया।
इस हड़ताल की मुख्य मांगे इस प्रकार हैं
- स्वास्थ्य सचिव के पत्रांक 192 विको दिनांक 9 साथ 2019 के द्वारा जारी सूविवेचित आदेश को वापस लिया जाए।
- सभी एनएचएम कर्मियों तथा एसपीएमयू डीपीएमयू बीपीएमयू सहित सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों में कार्यरत सभी कर्मी का पद सृजन करते हुए स्थाई करने की प्रक्रिया शुरू की जाए।
- एनएचएम के तहत कार्यरत सभी कर्मियों को इपीएफ ईएसआई का लाभ तत्काल दिया जाए।
- श्री नील रंजन सिंह राज्य शीत श्रृंखला पदाधिकारी को गलत तरीके से हटाए जाने की प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए।
- एमपी डब्ल्यू एम एएनएम जीएनएम एवं अन्य पारा मेडिकल कर्मी के स्थायीकरण की प्रक्रिया शुरू की जाए।
- अनुबंध कर्मियों पर की जा रही है दमन आत्मक कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाई जाए।
- उक्त हड़ताल में एनएचएम में कार्यरत सभी कर्मी शामिल हुए।