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जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने जिले में संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए संबंधित अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की तथा आवश्यक निर्देश दिया।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद –बैठक में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के तटबंधों की सुरक्षा एवं मरम्मति, बिजली व्यवस्था , राहत सामग्री की पैकेजिंग एवं वितरण, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की सक्रियता, मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति, मानव दवा की आवश्यकता एवं उपलब्धता, पशुचारा एवं पशुदवा की आवश्यकता एवं उपलब्धता, शौचालय पेयजल की व्यवस्था सहित कई अन्य कार्य की समीक्षा संबंधित अधिकारियों से की गई। जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एवं कार्यपालक अभियंता को तटबंध की सुरक्षा हेतु प्रशासनिक अधिकारियों के साथ निरीक्षण करने तथा आवश्यकतानुसार मरम्मति का कार्य 1 सप्ताह के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया। साथ ही स्लुइश गेटो का भी निरीक्षण करने को कहा। बैठक में पाया गया कि प्रशासनिक एवं तकनीकी अधिकारियों की संयुक्त टीम द्वारा तटबंधों का निरीक्षण किया गया है तथा आवश्यकता अनुसार कार्य किए गए हैं ।पुनपुन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल अनिशाबाद अंतर्गत पुनपुन बायां तटबंध एवं खजुरी तटबंध है जो करीब 20 किलोमीटर में है तथा स्लुइश गेटों की संख्या 19 है। सभी का निरीक्षण कर मरम्मति का कार्य पूरा कर लिया गया हैं। पुनपुन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल पटना सिटी के अंतर्गत करीब 38 किलोमीटर का तटबंध है तथा 56 स्लुइश गेट है। गंगा सोन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल दीघा के अंतर्गत पटना शहर सुरक्षा दीवाल 10.52किलो.मे तथा 12 स्लुइश गेट है। दानापुर वितरणी तटबंध 6.16 किलो. में है तथा 13 स्लुइश गेट है। सोन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल अंतर्गत दीघा मनेर तटबंध 15.79 किलो. में है तथा 56 स्लुइश गेट है। सैदाबाद मनेर तटबंध 26.89 किलोमीटर में है तथा स्लुइश गेट की संख्या 6 है। पटना मुख्य नहर 18.8किलो. तथा मनेर वितरणी का बायां तटबंध 5.18 किलो है। सभी तटबंधों की सुरक्षा हेतु निरीक्षण, सुदृढ़ीकरण एवं आवश्यकतानुसार मरम्मति का कार्य पूरा होने को है। बाढ़ के दौरान तटबंधों की सुरक्षा हेतु पर्याप्त संख्या में होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति करने संबंधी आदेश निर्गत करने का निर्देश दिया गयाहै। जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को मानव दवा की आवश्यकता एवं उपलब्धता, हेलोजन टैबलेट ,ब्लीचिंग पाउडर संबंधी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति संबंधी आदेश निर्गत करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त जीवन रक्षक दवा, कुत्ता काटने की दवा, सर्प काटने की दवा संबंधी अद्यतन स्थिति से अवगत कराने को कहा। गायघाट में एसडीआरएफ की टीम है जो आठ वोट एवं 40 जवान तथा 2 गोताखोर के साथ तैयार अवस्था में है । वही एनडीआरएफ की 2 टीम दीदारगंज में है जिसमें 8 वोट तथा 2 गोताखोर है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के स्तर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 200 चापाकल एवं 400 अस्थायी शौचालय की योजना तैयार की गई है जो अंचलाधिकारी की अधियाचना के परिप्रेक्ष्य में आवश्यकतानुसार तैयार की जाएगी । इसके अतिरिक्त टैंकर जलदूत वाटर एटीएम जे वी केन की व्यवस्था की गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बिजली की निर्बाध व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु बिजली विभाग के अभियंताओं को सक्रिय एवं तत्पर रहने तथा क्षेत्र में मिशन मोड में कार्य करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त जिला पशुपालन पदाधिकारी को पशु दवा एवं पशु चारा की आवश्यकता एवं उपलब्धता के संदर्भ में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने नावों का निबंधन कराने, तथा गोताखोरों की अद्यतन तैयार सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त लाइफ जैकेट महाजाल पेट्रोमैक्स आदि उपलब्ध संसाधन की जांच कर सत्यापन करने का निर्देश दिया।

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