किशनगंज : नाइट ब्लड सर्वे की सफलता को लेकर प्रखंडस्तरीय पदाधिकारी को दिया गया प्रशिक्षण
सर्वे के लिये सभी प्रखंड में बनाये जायेंगे तीन साइट, प्रति साइट 300 लोगों की होगी जांच, फाइलेरियामुक्त जिला होने के गौरव हासिल करने के बेहद करीब है किशनगंज

किशनगंज, 22 नवंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को प्रभावी बनाने की पहल जारी है। संभावित फाइलेरिया मरीजों की खोज के लिये बीते जून माह में संचालित नाइट ब्लड सर्वे अभियान के क्रम में निर्धारित संख्या से अधिक लोगों के रक्त नमूनों की जांच के बावजूद निर्धारित किसी भी साइट पर एक फीसदी मरीज नहीं मिले। लिहाजा अपना जिला प्री ट्रांसमिशन फेज में पहुंच चुका है। इसके सत्यापन को लेकर आगामी 04 दिसंबर से पुन: एक बार जिले में नाइट ब्लड सर्वे अभियान संचालित किया जायेगा। इसके सफल क्रियान्वयन को लेकर प्रखंडस्तरीय पदाधिकारी को खासतौर पर प्रशिक्षित किया गया है। सदर अस्पताल स्थित सभागार में सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर की अगुआई में डीवीबीडीसीओ डा. मंजर आलम की अध्यक्षता में बुधवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय समन्वयक डा. दिलीप कुमार, भीबीडीसी सलाहकार अविनाश राय, सहित सहयोगी संस्था पिरामल स्वास्थ्य, सीफार के प्रतिनिधि मौजूद थे। एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी लैब टेक्नीशियन व बीसीएम, बीएचएम, लैब टेक्नीशियन को अभियान की सफलता का लेकर जरूरी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डा. मंजर आलम ने बताया कि बीते दिनों जिले में संचालित नाइट ब्लड सर्वे बेहद सफल रहा। राज्य स्तर से भी इसकी सराहना की गयी। इसका पूरा श्रेय संबंधित कर्मियों को जाता है। हमें अपना यही उत्साह इस बार भी बरकरार रखना होगा। ताकि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में हम जिले को एक और पायदान आगे ले जा सकें। डा. मंजर आलम ने कहा कि जिले में एनबीएस का ये चरण अगर पूर्व की तरह सफल साबित हुआ तो हम फाइलेरिया मुक्त जिला होने के लक्ष्य के बेहद करीब होंगे। टास्क एसेसमेंट फेज में संभावित मरीजों को चिह्नित करने के लिये किट से जांच होगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर ही उक्त इलाके में एनबीएस होगा। उन्होंने बताया कि एनबीएस अभियान के क्रम में इस बार जिले के सभी प्रखंडों के चिह्नित तीन साइट निर्धारित किये जायेंगे। प्रत्येक साइट पर फाइलेरिया संबंधी जांच के लिये 300 लोगों का रक्त नमूना संग्रह किया जायेगा। इस तरह हर एक प्रखंड से कुल 900 लोगों की जांच अभियान के क्रम में होनी है। इसी तरह अभियान के क्रम में जिले के सभी सात प्रखंडों से कुल 6300 सौ लोगों के रक्त नमूनों की जांच का लक्ष्य है। भीबीडीसी सलाहकार अविनाश राय ने बताया की एनबीएस अभियान के प्रत्येक साइट पर स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मियों की चार सदस्यीय टीम प्रतिनियुक्त की जायेगी। इसमें लैब टेक्नीशियन, संबंधित क्षेत्र की आशा संबंधित पीएचसी के बीसीएम या बीएचएम, वीवीडी कार्यालय के कर्मी व सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि अभियान की सफलता में अपना सक्रिय सहयोग करेंगे।