बिहार विधान परिषद् के पूर्व सदस्य एवं पूर्व सभापति प्रो. अरुण कुमार का कल दिनांक – 14.04.2021 को लगभग 11.30 बजे रात्रि में पटना में निधन हो गया।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद -सूचना मिलने पर बिहार विधान परिषद् के माननीय सभापति श्री अवधेश नारायण सिंह उनके पटेल नगर, पटना स्थित आवास पर पहुँचकर उन्हें अपनी श्रद्धासुमन एवं शोक संतप्त परिवार को अपनी संवेदना अर्पित किए। उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री महोदय से दूरभाष पर सम्पर्क कर प्रो० कुमार को राजकीय सम्मान के साथ परिजनों के इच्छानुसार बनारस में अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई। उनका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट, बनारस में होगा।
परिषद् के कई पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव होने कारण विधान परिषद् भवन बन्द है, इसलिए प्रो. अरुण कुमार का पार्थिव शरीर को विधान परिषद् नहीं ले जाया गया। सभापति श्री अवधेश नारायण सिंह ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि प्रोफेसर अरुण कुमार गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से मई 1970 से मई 2011 तक लगभग 40 वर्षो तक बिहार विधान परिषद् के सदस्य रहें इस दरम्यान वे जुलाई 1985 से अक्टुबर 1986 तक एवं 2006 से 2009 तक दो बार सभापति पद पर आसीन हुए।। वर्ष 1990 में उन्हें राज्य सरकार द्वारा सर्वश्रेठ विधायक के रूप में प्रथम राजीव रंजन पुरस्कार भी दिया गया था।
प्रोफेसर कुमार के आवास पर विधान परिषद् की सदस्या श्रीमती निवेदिता सिंह एवं पूर्व विधायक श्री अशोक कुमार सिंह के साथ राज्य सरकार की तरफ से पटना के जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा पुष्पचक्र अर्पित किया गया।