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किशनगंज : जिले के सभी छठ घाटों पर चिकित्सीय सुविधा के साथ जांच एवं टीकाकरण की होगी व्यवस्था:–जिलाधिकारी

नहाय खाए से चार दिवसीय छठ महापर्व अनुष्ठान की शुरुआत, छठ को लेकर विभागीय तैयारियां पूरी, समुदाय की सहभागिता भी जरूरी।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में सोमवार को नहाय खाय के साथ चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो गयी। मंगलवार को खरना, बुधवार को सांध्यकालीन अर्घ्य एवं गुरुवार को प्रातः कालीन अर्ध्य के साथ छठ महापर्व संपन्न होगा। वहीं जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा छठ पर्व के दौरान कोविड अनुरूप व्यवहार के पालन के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए स्वयं जिलाधिकारी ने आज मुख्य छट घाटो का निरिक्षण किया। जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने सभी भी जिलेवासियों को लोक आस्था का महापर्व छठ की सुखद एवं सुरक्षित त्यौहार की शुभकामनाएं देते हुए कोविड 19 संक्रमण से बचाव के लिया कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाने की अपील की है। अपील में उन्होंने कहा है कि त्यौहार की शुरुआत के साथ ही यह जरूरी है कि स्वयं तथा अपने नजदीकियों को पूरी तरह सुरक्षित रखा जाये और इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है की सभी लोग टिका लगवाने के साथ, मास्क का नियमित उपयोग, हाथों का साबुन पानी से धोना या सैनिटाइजर का इस्तेमाल तथा भीड़भाड़ वाली जगहों पर कम से कम समय व्यतीत करना आदि है। छठ महापर्व के दौरान 10 वर्ष से नीचे के बच्चों एवं 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग के साथ जो सर्दी, खांसी, बुखार या अन्य तरह की गंभीर बीमारियों से ग्रसित हों वे छठ घाट जाने से परहेज करें। जिला प्रशासन द्वारा आयोजकों के सहयोग से इन दिशा निर्देशों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा छठ पूजा के दौरान स्थिति पर निगरानी और नियंत्रण के लिए आवश्यक संख्या में मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारियों, पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ का भी सहयोग लिया जाएगा। वही सिविल सर्जन डॉ. श्री नन्दन ने बताया कि जिलधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के निर्देशानुसार छठ घाट पर व्रतियों और श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य संबन्धित समस्याओं से निपटने एवं उनको कोरोना प्रोटोकॉल पालन के लिए प्रोत्साहित करने और जागरूक करने के लिए मेडिकल टीम गठित की गयी है। शहरी क्षेत्र में कुल 02 एंबुलेंस की उपलब्धता रहेगी तथा सभी प्रखण्डों में भी एक-एक एंबुलेंस की उपलब्धता रहेगी ताकि व्रत के दौरान या घाट आते जाते किसी भी स्वास्थ्य जनित असुविधाओं में रोगियों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जा सके। जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मुनाजिम ने बताया कि आस्था जरूरी है, लेकिन ऐसे समय में संक्रमण से बचाव भी उतना ही महत्वपूर्ण है। छठ घाट पर किसी गंभीर रोग जैसे अस्थमा, टीबी या अन्य सांस से जुड़ी बीमारी से पीड़ित लोग नहीं जायें। कमजोर नवजात या बीमार बच्चों को घाट पर ले जाने से बचें। मास्क का इस्तेमाल अवश्य करें। अन्य लोगों की देखादेखी करते हुए नियमों के अनुपालन को नजरअंदाज नहीं करें। सिविल सर्जन डॉ श्री नन्दन ने बताया कि छठ महापर्व के अवसर पर ज़िले के सभी छठ घाटों पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चिकित्सक टीम के साथ एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गयी है। किशनगंज शहरी क्षेत्र के खगड़ा देव घाट, धोबी घाट, रमजान पुल , मझिया नदी घाट एंव घोड़ा मारा घाट पर सदर अस्पताल के अधीक्षक के नेतृत्व में एम्बुलेंस के साथ स्वास्थ्य विभाग की दो टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है। वहीं पोठिया बाजार में दो घाट, खरखरी, तैयबपुर, चमनी घाट, बल्दिया हाट घाट, मिर्जापुर घाट पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ केपी सिंह के नेतृत्व में एएनऍम को तैनात किया गया है। दिघलबैंक के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ तेजनारायण रजक सिंह के नेतृत्व में दिघलबेंक टप्पू हाट घाट, प्रखंड कार्यालय परिसर घाट दिघलबैंक सभी जगह एक चिकित्सक एवं एक एएनऍम मेडिकल टीम के साथ मुस्तैद रहेंगे। कोचाधामन प्रखण्ड स्थित कुल 40 घाटों पर कोचाधामन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। सीएस ने बताया कि आगामी 10 व 11 नवंबर को आयोजित छठ महापर्व के अवसर पर छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी प्रखण्डों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी नेतृत्व में एम्बुलेंस के साथ स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सजग है।

इन नियमों का करना होगा पालन-
छठ पूजा के आयोजक, कार्यकर्ताओं एवं उससे संबंधित अन्य व्यक्तियों को स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित शर्तों का पालन करना होगा।

छठ पूजा घाट पर अक्सर छुए जाने वाले तत्व तथा बैरिकेडिंग आदि को समय-समय पर साफ एवं प्रभावी कीटाणुनाशक से विसंक्रमित किया जाएगा।

आमजन को खतरनाक घाटों के बारे में समाचार माध्यमों से सूचना दी जाएगी ताकि भीड़भाड़ की स्थिति न बने।

छठ पूजा घाट पर इधर-उधर थूकना वर्जित होगा।

छठ पूजा घाट पर बैठने या खड़े रहने की व्यवस्था इस तरह की जाएगी ताकि शारीरिक दूरी बनी रहे। 2 गज की दूरी अनिवार्य रूप से पालन किया जाए और मास्क का उपयोग किया जाए।

छठ घाट के आसपास खाद्य पदार्थ का स्टाल नहीं लगाया जाएगा।कोई सामुदायिक भोज, प्रसाद या भोग का वितरण नहीं किया जाएगा।

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