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ठाकुरगंज : प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने डाक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप

परिजनों का कहना है कि बिना रुपया दिए हुए अस्पताल में नर्स मरीज को देखती तक नहीं है रुपया देने के बाद ही उन्होंने मरीज को हाथ लगाया और दूसरे का इस्तेमाल किया हुआ आधा सलाइन का बोतल अंसरी बेगम को दिया गया

  • प्रभारी डाक्टर का कहना है कि रात में सारा देख रहे नर्स ही करती है उन्होंने कहा कि अगर मामले में कोई दोषी होगा तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

किशनगंज, 09 अगस्त (के.स.)। फरीद अहमद, जिला के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र पौवाखाली में हजारी गांव निवासी अंसरी बेगम को प्रसव हेतु लाया गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार की देर की रात को अस्पताल लाया गया था प्रसव के घंटो बीत जाने के बाद मंगलवार दिन तकरीबन 11 बजे प्रसूता की मौत हो है। हालाकि बच्चा सही सलामत है। पेशेंट के मृत्यु के बाद परिजनों ने डाक्टर और नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया साथ ही साथ अवैध तरीके से रुपया वसूलने का भी आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि बिना रुपया दिए हुए अस्पताल में नर्स मरीज को देखती तक नहीं है रुपया देने के बाद ही उन्होंने मरीज को हाथ लगाया और दूसरे का इस्तेमाल किया हुआ आधा सलाइन का बोतल अंसरी बेगम को दिया गया। मंगलवार को परिजनों का भीड़ अस्पताल में इकट्ठा हो गया उसके बाद पुलिस को सूचना मिलते ही स्थानीय थानाध्यक्ष रंजन कुमार यादव और अपर थानाध्यक्ष विकास कुमार, सहायक अवर निरीक्षक नागेश्वर माहतो दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। जिसके बाद उप स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. मो. जावेद आलम स्थानीय थाना परिसर में पहुंचे जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पेशेंट को मंगलवार की बीती रात 11 बजे लाया गया और 1 बजे रात में उनका डिलीवरी हुआ है उन्हें डिस्चार्ज करना ही था कि अचानक से पेशेंट की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई जिसके बाद रेफर किया गया लेकिन नर्स रेनू कुमारी ने बताया कि मौके पर उनका कोई गार्जियन नहीं होने के कारण पेशेंट को नहीं ले जाया गया और गंभीर स्थिति में पेशेंट की मृत्यु हो गई। प्रभारी डाक्टर का कहना है कि रात में सारा देख रहे नर्स ही करती है उन्होंने कहा कि अगर मामले में कोई दोषी होगा तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। आगे उन्होंने कहा कि मृतक के परिवार वालों की भी कहीं ना कहीं लापरवाही रही है क्योंकि पेशेंट को तुरंत ले जाया नहीं गया जिसके कारण पेशेंट की मृत्यु हो गई और अवैध रूप में उगाही के मामले को लेकर अगर आवेदन प्राप्त होता है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।

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