जेल का खेल ।….
पटना डेस्क:-किसी भी छोटे मोटे अपराध जिसमें कुछ दिन या कुछ महीने जैसे साधारण दंड हो, की सहायता से कोई भी व्यक्ति अपना निःशुल्क इलाज करवा सकता हैं। जेल जाने से पहले मेडिकल करवाना अनिवार्य हैं।
मिलीभगत के साथ होने वाले इस खेल में, पहले छोटा अपराध किया जाता हैं, फ़िर अपराधी का मेडिकल होता हैं, अपराधी को उच्च स्तर का निःशुल्क इलाज मिलता हैं और व्यक्ति खुशी खुशी बाहर आ जाता हैं। इस तरह के और भी खेल पुलिस, डॉक्टर, कोर्ट मिलकर खेलते हैं, जिसमें आम आदमी तो कुंठित होता हैं।
लेकिन चालाक या अपराधी प्रवृत्ति का आदमी आनंद में रहता हैं। सब कुछ एक बनी बनाई स्क्रिप्ट के आधार पर होता हैं, तो इन बातों का न तो कोई प्रमाण होता हैं और न ही यह सब किसी घोटाले में आ पाता हैं।
पर यह प्रक्रिया पता सबको होती हैं, लेकिन अगर कोई उजागर कर दे,तो व्यवस्था ख़तरे में आ जाती हैं। जैसे धर्म की रक्षा की जाती हैं, ठीक वैसे ही अधर्म की रक्षा भी होती हैं लेकिन अंत में विजय सत्य धर्म की ही होगी।